घर से आ रही थी बदबू, अंदर का मंजर देखकर फटी रह गई पुलिस की आंखें
अयोध्या। उत्तर प्रदेश के अयोध्या में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां एक युवती अपनी मां व बहन के शव के साथ घर में करीब दो माह से रह रही थी। मकान से बदबू आने के बाद पड़ोसियों ने गुरुवार को पुलिस से को सूचना दी। जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस घर का दरवाजा तोड़कर अंदर घुसी। अंदर का दृश्य देखकर सभी दंग रह गई। घर में दो कंकाल पड़े थे, जबकि एक युवती दूसरे कमरे में सो रही थी। फिलहाल पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। वहीं, युवती को पुलिस ने मेडिकल जांच के लिए भेजा है। पुलिस के मुताबिक युवती मानिसक रूप से बीमार है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मामला अयोध्या नगर कोतवाली क्षेत्र के देवकाली चौकी स्थित आदर्श नगर कॉलोनी का है। पड़ोसियों ने बताया कि इस घर में रहने वाली मां और उनकी दो बेटियां मानसिक रूप से बीमार थीं। इस वजह से कोई भी इस परिवार से बातचीत नहीं करता था। पिछले डेढ़ महीने से घर से बदबू आ रही थी। जिसकी शिकायत लगातार पुलिस से की जा रही थी। गुरुवार को तेज बदबू आने के बाद फिर से पुलिस को सूचना दी गई। जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस घर का दरवाजा तोड़ा तो मां और बेटी के कंकाल पड़े थे। जबकि दीपा दूसरे कमरे में सो रही थी।
पूर्व
SDM
की
1990
में
ही
हो
चुकी
थी
मौत
सीओ
सिटी
अरविंद
चौरसिया
ने
बताया
कि
यह
परिवार
पूर्व
एसडीएम
विजेंद्र
श्रीवास्तव
का
था।
विजेंद्र
श्रीवास्तव
की
वर्ष
1990
में
मौत
हो
गई
थी।
उसके
बाद
उनकी
पत्नी
और
तीन
बेटियां
इस
घर
में
रह
रही
थीं।
एक
बेटी
रुपाली
जो
मानसिक
रूप
से
स्वस्थ
थी
उसकी
मौत
पहले
ही
हो
चुकी
थी।
पत्नी
पुष्पा
श्रीवास्तव
अपनी
दो
बेटियां
विभा
और
बेटी
दीपा
श्रीवास्तव
के
साथ
यहां
रह
रही
थीं।
इन
तीनों
की
मानसिक
स्थिति
ठीक
नहीं
थी।
करीब
दो
महीने
पहले
पुष्पा
और
उसकी
एक
बेटी
विभा
की
मौत
हो
गई।
तभी
से
दीपा
दोनों
के
शव
के
साथ
रह
रही
थी।
गुरुवार
को
घर
से
तेज
बदबू
आने
की
शिकायत
पुलिस
को
मिली
थी।
जिसके
बाद
पहुंची
पुलिस
ने
घर
से
दो
कंकाल
और
एक
युवती
दीपा
को
घर
से
बाहर
निकाला।
दीपा
को
मेडिकल
जांच
के
लिए
भेजा
गया
है।
साथ
ही
दोनों
शवों
को
पोस्टमॉर्टम
के
लिए
भेज
दिया
गया
है।
पोस्टमॉर्टम
रिपोर्ट
के
बाद
ही
मौत
की
वजह
पता
चलेगी।