अयोध्या: शिक्षिका को रिटायर करना भूल गया शिक्षा विभाग, खाते में ट्रांसफर होती रही सैलरी
अयोध्या। 25 कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में एक साथ नौकरी करने वाली अनामिका शुक्ला के नाम से बेसिक शिक्षा विभाग में आया तूफान अभी थमा भी नहीं था कि अयोध्या में एक नया बवंडर यहां के बेसिक शिक्षा विभाग में खड़ा हो गया। विभाग ने शिक्षिका सीमा खान को रिटायर करना ही भूल गया। शिक्षिका को लॉकडाउन में ही 31 मार्च को रिटायर होना था, लेकिन विभाग ने रिटायर नहीं किया, जिसके चलते अप्रैल और मई दो माह की सैलरी उसके खाते में ट्रांसफर हो गई। अब विभाग रिकवरी की बात कर रहा है।
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शिक्षिका सीमा खान बीकापुर ब्लॉक के बिलारी प्राथमिक विद्यालय में तैनात है। सीमा खान को सत्र लाभ की वजह से 2 माह पहले मार्च में सेवानिवृत्त हो जाना था, लेकिन विभाग उन्हें रिटायर करना ही भूल गया। हालांकि, खंड शिक्षा अधिकारी रमाकांत का कहना है कि लॉकडाउन के चलते ऐसी चूक हुई, लेकिन अब विभाग 2 महीने की सैलरी शिक्षिका सीमा खान से रिकवर करेगा। बता दे, बेसिक शिक्षा विभाग में 62 वर्ष में रिटायरमेंट का प्राविधान है। 4 जुलाई 1957 जन्म तिथि होने से शिक्षण सत्र का लाभ देते हुए 31 मार्च 2020 में सीमा खान को रिटायर होना था, लेकिन विभाग रिटायर ना कर बिलारी प्राथमिक विद्यालय में उनकी तैनाती बरकरार रखी। विभाग ने अप्रैल व मई का वेतन भी निस्तारित कर दिया। यह सब कुछ विभागीय मानव संपदा पोर्टल में शिक्षकों का ब्यौरा दर्ज होने के बावजूद किया गया।
बीएसए कार्यालय से सेवानिवृत्त होने वाले शिक्षकों की सूची से भी उनका नाम गायब कर दिया गया। मानव संपदा पोर्टल में शिक्षिका की जन्म तिथि 4 जुलाई 1957 दर्ज है, पैन कार्ड में भी यही जन्म तिथि है। उनके सेवानिवृत्त ना किए जाने पर विभागीय कार्यशैली पर सवाल उठा तो एबीएसए रमाकांत से मानव संपदा पोर्टल व पैन कार्ड की जन्मतिथि आधार पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के चलते इस तरह की मानवीय चूक हुई जिसको विभाग ने अब सुधार लिया है और 2 महीने का वेतन जो निर्गत हो गया था उसे 1 सप्ताह में शिक्षिका को वापस करना होगा।
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