ठंड से बचाने के लिए 28 साल बाद रामलला को ओढ़ाई गई रजाई, गर्म हवा के लिए लगाया ब्लोअर
अयोध्या। ठंड ने दस्तक दे दी है और इस बढ़ती ठंड से आम जनमानस ही नहीं, बल्कि सबके पालनहार भगवान भी अछूते नहीं हैं। तो वहीं, रामनगरी अयोध्या में रामलला को ठंड से बचाने के लिए भक्तों ने रजाई की व्यवस्था की है। इसके साथ ही, 28 साल बाद अस्थाई मंदिर को गर्म रखने के लिए ब्लोअर की व्यवस्था की गई है। इससे बाल स्वरूप रामलला पर ठंड का कोई असर नहीं होगा।
रामलला पिछले 28 वर्षों से टेंट में विराजमान थे, इस दौरान भगवान को सर्दियों में गर्म वस्त्र तो मिले, लेकिन सुरक्षा कारणों से टेंट में किसी भी प्रकार के यंत्र या अंगीठी के प्रयोग पर रोक थी। पिछले वर्ष नौ नवंबर को सुप्रीम फैसला आने के बाद जहां भव्य मंदिर निर्माण की तैयारी शुरू हुई, वहीं मंदिर निर्माण होने तक रामलला को समुचित साज-सज्जा से युक्त वैकल्पिक गर्भगृह में स्थापित किए जाने का प्रयास हुआ। 25 मार्च, 2020 को रामलला टेंट से निकलकर आधुनिक सुविधाओं से लैस अस्थाई मंदिर में विराजमान हुए। अब यहां उन्हें ठंड से बचाने के लिए ब्लोअर लगाया गया है।
अस्थाई
मंदिर
में
सभी
सुविधाएं
श्रीराम
जन्मभूमि
के
मुख्य
पुजारी
आचार्य
सत्येंद्र
दास
ने
बताया
कि
28
सालों
तक
भगवान
श्री
रामलला
विवाद
होने
के
कारण
टेंट
में
विराजमान
थे।
यहां
उन्हें
सिर्फ
एक
रजाई
और
दो
प्रकार
के
वस्त्र
ही
मिल
पा
रहे
थे,
लेकिन
अब
भगवान
अस्थाई
मंदिर
में
विराजमान
हैं।
यहां
उन्हें
ठंड
से
बचाने
के
लिए
ब्लोअर,
गद्दा,
रजाई
और
वस्त्र
के
साथ
सभी
सुविधाएं
उपलब्ध
हैं।
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