Ram Janmabhoomi: हरे रंग के रत्न जड़ित रामलला की पहली तस्वीर आई सामने, देखिए PHOTO
अयोध्या। 5 अगस्त, दिन बुधवार वो ऐतिहासिक तारीख है, जिस दिन देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या में भगवान श्रीराम के मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन करेंगे। इसके अयोध्या सज-धजकर तैयार है। कुछ ही घंटों में पीएम मोदी अयोध्या पहुंचेंगे। इससे पहले भगवान रामलला की पहली तस्वीर सामने आई है। जो तस्वीर सामने आई है उसमें भगवान श्रीराम को रत्न जड़ित हरे रंग के वस्त्र पहनकर तैयार किया गया है।
पहनाए जाते हैं अलग-अगल वस्त्र
बता दें कि सप्ताह के सातों दिन भगवान रामलला को अलग-अलग रंगों के वस्त्र पहनाए जाते हैं। आज बुधवार है, लिहाजा रामलला को आज हरे रंग का वस्त्र पहनाया गया है। वहीं, भगवान रामलला के अलावा उनके सबसे बड़े भक्त हनुमान जी को भी नए वस्त्र पहनाया जाएगा। इसके अलावा राम जन्मभूमि परिसर के जिस जगह पर भूमि पूजन होना है उस जगह को भी सजाया संवारा गया है। खूबसूरत रंगोली के साथ वहां पंडाल और मंच बनाए गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसी जगह वैदिक रीति-रिवाज के अनुसार शुभ मुहूर्त में चांदी की ईंट रखकर शिला पूजन करेंगे।
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प्रस्तावित मॉडल की तस्वीरें आई सामने
हालांकि, इससे पहले मंगलवार को मंदिर के प्रस्तावित मॉडल की तस्वीरें भी सामने आ गई हैं। मंदिर का यह डिजाइन निखिल सोमपुरा ने तैयार किया है। अब मंदिर में तीन की जगह पांच गुंबद होंगे। इससे उसकी लंबाई, चौड़ाई और ऊंचाई बढ़ जाएगी। गुजरात में सोमनाथ मंदिर का निर्माण करने वाले आर्किटेक्ट परिवार के चंद्रकांत सोमपुरा को राम मंदिर के मॉडल और डिजाइन तैयार करने की जिम्मेदारी मंदिर आंदोलन के नायक कहे जाने वाले अशोक सिंहल ने सौंपी थी। मंदिर के इस नए डिजाइन को चंद्रकांत सोमपुरा के बेटों निखिल सोमपुरा और आशीष सोमपुरा ने तैयार किया है।
मंदिर में अब 5 मंडप वाला गुंबद और एक शिखर होगा
आर्किटेक्ट प्रॉजेक्ट के अनुसार, मंदिर को बनकर तैयार होने में तीन से साढ़े तीन साल का समय लगेगा। मंदिर तीन मंजिला होगा और यह वास्तुशास्त्र के हिसाब से बनाया जाएगा। मंदिर में अब 5 मंडप वाला गुंबद और एक शिखर होगा। विश्व हिंदू परिषद के वर्तमान राम मंदिर मॉडल की ऊंचाई 141 फुट से बढ़ाकर 161 फुट की जाएगी। मंदिर में जाने के लिए 5 दरवाजे (सिंह द्वार, नृत्य मंडप, रंग मंडप, पूजा-कक्ष और गर्भगृह) होंगे। मिट्टी परीक्षण की रिपोर्ट के आधार पर मंदिर के लिए नींव की खुदाई होगी। यह 20 से 25 फीट गहरी हो सकती है। प्लैटफॉर्म कितना ऊंचा होगा इस पर निर्णय राम मंदिर ट्रस्ट करेगा।
नींव के प्लेटफॉर्म को तैयार करने में तीन-चार महीने लग सकतें हैं
इस मंदिर की लंबाई लगभग 270 मीटर, चौड़ाई 140 मीटर होगी। हर मंजिल पर लगभग 106 खम्भे होंगे। पहली मंजिल पर खम्भे की लम्बाई लगभग 16.5 फुट और दूसरी मंजिल पर 14.5 फुट प्रस्तावित है। प्रत्येक मंजिल 185 बीम पर टिकी होगी। मंदिर में लोहे का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा। मंदिर में संगमरमर का फ्रेम और लकड़ी के दरवाजे होंगे। मंदिर के नींव के प्लेटफॉर्म को तैयार करने में तीन-चार महीने लग सकतें है।
मंदिर लगभग 221 पिलर पर खड़ा होगा
राम मंदिर के फर्श पर संगमरमर बिछाया जाएगा। यह मंदिर लगभग 221 पिलर पर खड़ा होगा। इसमें आवागमन के लिए मुख्य पांच द्वारों के अलाव कुल 24 द्वार बनाए जाएंगे। मंदिर के प्रत्येक खंभे पर 12 मूर्तियां उकेरी गई हैं। यह मूर्तियां देवी-देविताओं की हैं। यहां श्रद्धालुओं के बैठने विचरण करने और विविध कार्यक्रम आयोजित करने के लिए जगह रहेगी।
एल एंड टी कंपनी और चंद्रकांत सोमपुरा जी मिलकर राम मंदिर का निर्माण करेंगे
मंदिर में पत्थर वही लगेंगे जो राम मंदिर कार्यशाला में तराश कर रखे गए हैं। इन पत्थरों की साफ सफाई कर चमकानें का काम दिल्ली की कंपनी कर रही है। एल एंड टी कंपनी और चंद्रकांत सोमपुरा जी मिलकर राम मंदिर का निर्माण करेंगे। कई लोगों का अनुमान है कि 2024 तक मंदिर पूर्णत: निर्मित हो जाएगा।
70 एकड़ भूमि में 3 एकड़ में मंदिर तथा कॉरिडोर का जहां निर्माण होगा
मंदिर निर्माण में खास बात यह होगी कि 70 एकड़ भूमि में 3 एकड़ में मंदिर तथा कॉरिडोर का जहां निर्माण होगा। वहीं 67 एकड़ भूमि में कई म्यूजियम, माता सीता लक्ष्मण भरत और गणेशजी के मंदिर बनेगें। मंदिर ट्रस्ट में ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास, महामंत्री चंपत राय, निर्माण समिति के अध्यक्ष आईएएस नृपेंद्र मिश्रा, ज्ञानेश कुमार (अपर सचिव भारत सरकार) व नामित सदस्य अवनीश अवस्थी (अपर मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश) व नामित सदस्य अनुज झा (जिलाधिकारी अयोध्या) व पदेन सदस्य राजा विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्रा, डॉ. अनिल कुमार, महंत दिनेन्द्र दास, के. परासरन, स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती, स्वामी विश्वप्रसन्नतीर्थ, युग पुरुष परमानंद गिरी, स्वामी गोविंददेव गिरी आदि शामिल हैं।