अयोध्या: लेखपाल को नहीं दी रिश्वत तो गरीब विधवा को बना दिया करोड़पति!
अयोध्या। उत्तर प्रदेश के अयोध्या में एक लेखपाल ने मामूली हैसियत वाली विधवा महिला को करोड़पति बना दिया। गरीबी से लड़ रही विधवा महिला अपने बेटे को छात्रवृत्ति दिलाना चाहती थी। इसी आस में आय प्रमाणपत्र बनवाने तहसील पहुंचीं। दौड़-भाग के बाद छात्रवृत्ति आवेदन की अंतिम तारीख 30 जुलाई को आय प्रमाणपत्र भी जारी तो हुआ, लेकिन नाराज लेखपाल ने उसकी आय पांच करोड़ सालाना लिख दी। अब विधवा इंसाफ के लिए भटक रही है।
दरअसल, मामला अयोध्या के बीकापुर तहसील का है। तारा देवी ने अपने बेटे की छात्रवृत्ति के लिए आवेदन किया था। लेकिन सुविधा शुल्क न देने पर लेखपाल ने ऐसी रिपोर्ट लगाई कि मां-बेटा के होश उड़ गए। आय प्रमाणपत्र में हुई गड़बड़ी की वजह से वह छात्रवृत्ति के लिए आवेदन नहीं कर सका। बता दें कि प्रमाणपत्र छात्रवृत्ति आवेदन की अंतिम तारीख के दिन 30 जुलाई को जारी किया गया। अब अमित की मां तारादेवी ने न्याय के लिए मुख्यमंत्री के पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई है।
मामला उजागर होने के बाद से तहसील प्रशासन में हड़कंप मचा है, हालांकि अब तक लेखपाल के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। इससे पहले तहसील क्षेत्र के मानापुर निवासी अमित ने छात्रवृत्ति का आवेदनपत्र भरने के लिए आय प्रमाणपत्र का आवेदन किया था। छात्र की मां तारादेवी का आरोप है कि आवेदन पर रिपोर्ट लगाने के लिए लेखपाल धीरेंद्र प्रताप यादव ने उससे रिश्वत की मांग की। रिश्वत नहीं मिलने पर लेखपाल ने मनमानी रिपोर्ट लगाई। अमित के आय प्रमाणपत्र संख्या 475191013603 में मासिक आय 43 लाख 33 हजार 766 रुपये 67 पैसे व वार्षिक आय पांच करोड़ 20 लाख पांच हजार दो सौ रुपये दर्शायी गई है, जबकि हकीकत यह है कि तारादेवी खेती-बारी कर अपने परिवार का पालन-पोषण करती हैं।