राम मंदिर भूमिपूजन: इकबाल अंसारी को मिला पहला निमंत्रण, बोले- ये भगवान राम की इच्छा थी...
अयोध्या। अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर के भूमिपूजन की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। इस कार्यक्रम के मेहमानों को न्योता भेजा जा चुका है। हालांकि, अभी भी कुछ नामों को बदला जा सकता है। अयोध्या केस में पक्षकार रहे इकबाल अंसारी को भी भूमि पूजन का आमंत्रण भेजा गया है। न्योता मिलने के बाद इकबाल अंसारी ने कहा, "मेरा मानना है कि यह भगवान राम की इच्छा थी कि मुझे पहला निमंत्रण मिले। मैं इसे स्वीकार करता हूं।"
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5 अगस्त को होगा अयोध्या में राम मंदिर का भूमिपूजन
अयोध्या में राम मंदिर का भूमिपूजन 5 अगस्त को दोपहर 12.30 बजे होगा। इस कार्यक्रम में कुछ चुनिंदा लोगों को ही आने का आमंत्रण दिया गया है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास की तरफ से भेजे गए इस आमंत्रण पत्र में लिखा है, श्रीराम जन्मभूमि मंदिर का भूमिपूजन और कार्यारम्भ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर कमलों के द्वारा होगा। विशिष्ट अतिथि के तौर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत मौजूद रहेंगे। भूमिपूजन कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदी बेन पटेल भी मौजूद होंगे।
Iqbal Ansari, former litigant in Ayodhya land dispute case, receives invitation to attend the foundation laying ceremony of #RamTemple in Ayodhya. He says, "I believe it was Lord Ram's wish that I receive the first invitation. I accept it." pic.twitter.com/z1PZMJdwsw
— ANI UP (@ANINewsUP) August 3, 2020
उमा भारती जन्मभूमि पूजन के कार्यक्रम में नहीं होंगी शामिल
बता दें, अयोध्या में 5 अगस्त को राम जन्मभूमि पूजन होना है। हालांकि, गृह मंत्री अमित शाह और यूपी भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह के कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद कार्यक्रम प्रभावित होता हुआ नजर आ रहा है। दरअसल, भाजपा की दिग्गज नेता और राम मंदिर आंदोलन के सूत्रधारों में से एक उमा भारती ने ट्वीट कर कहा है कि जन्मभूमि पूजन कार्यक्रम के अतिथियों की सूची से उनका नाम हटा दिया जाए। उमा भारती ने कहा है कि वो अयोध्या तो जाएंगी, लेकिन जन्मभूमि पूजन के कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगी।
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