अयोध्या में हनुमानगढ़ी के साधु की ईंट से कूचकर हत्या, गौशाला में मिला शव
अयोध्या। रामनगरी अयोध्या में हनुमानगढ़ी के नागा साधु महंत कन्हैया दास की शनिवार देर रात बेरहमी से हत्या कर दी गई। उनका शव चरणपादुका मंदिर की गौशाला में खून से लथपथ पड़ा मिला। वारदात से हड़कंप मच गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस जांच पड़ताल में जुटी है। बता दें, महंत कन्हैया दास बसंतिया पट्टी से जुड़े गुलचमन बाग के महंत थे। पुलिस अधीक्षक (नगर) विजय पाल सिंह ने बताया कि चरण पादुका आश्रम के महंत कन्हैया दास की हत्या कर दी गई। इस मामले में थाना कोतवाली अयोध्या में अभियोग पंजीकृत किया गया है। एक आरोपित नामजद किया गया है, जिसको हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। इस मामले की गहनता पूर्वक जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि घटना में जो भी लोग दोषी हैं उनकी गिरफ्तारी होगी और उनके विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई होगी।
ईंट से कूचकर की गई थी हत्या
घटना अयोध्या कोतवाली रायगंज क्षेत्र की है। रविवार की सुबह चरणपादुका मंदिर की गौशाला में हनुमानगढ़ी के नागा साधु बसंतीय पट्टी से जुड़े गुलचमन बाग के महंत कन्हैया दास चेलाराम रामबरन दास का शव बरामद हुआ। उनकी ईंट से कूच कर हत्या की गई थी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मौके से फिंगरप्रिंट और अन्य सबूत जुटाए हैं।
संपत्ति को लेकर चल रहा था विवाद
मृतक के गुरु भाई रामानुजदास चेला रामबरन दास ने बताया कि साधु कन्हैया दास हनुमानगढ़ी मंदिर के बगल स्थित गुलचमन बाग में भोजन के उपरांत चरण पादुका में स्थित गौशाला में रोज सोने आते थे। बीती रात गौशाला में सो रहे थे, जहां उनकी हत्या कर दी गई है। आरोप है कि उनका जमीन, मकान को लेकर गोलू दास उर्फ शशिकांत दास से मुकदमा चल रहा था। दोनों की आपस में रंजिश भी रहती थी और लालच में आकर गोलू दास ने संत कन्हैया दास की हत्या की है। मुख्य आरोपी के आधार पर गोलू दास को हिरासत में ले लिया गया है।