14 साल बाद अयोध्या आतंकी हमला मामले में आज आ सकता है फैसला
अयोध्या। 5 जुलाई 2005 को अयोध्या के रामजन्मभूमि विवादित परिसर पर फिदायीन हमला हुआ था। 14 वर्ष बाद रामलला को न्याय मिलने जा रहा है। 18 जून को प्रयागराज स्पेशल कोर्ट इस पर अपना फैसला सुना सकता है। जिस तरह से भगवन राम 14 वर्ष वन में गुजारे थे, उसी तरह अब 14 वर्ष बाद रामलला को न्याय मिलने जा रहा है।
पिछले 14 साल से अयोध्या मामले का इलाहाबाद सेशन कोर्ट में मुक़दमा चल रहा है। 5 जुलाई 2005 को रामजन्मभूमि पर फिदायीन हमला हुआ था जिसमे पांचों आतंकवादियों को सुरक्षाबलों ने मार गिराया था और इस मामले में अलग-अलग जगहों से 5 संदिग्ध आतंकवादी गिरफ्तार किये गए थे।
अयोध्या में भगवान राम के अस्थायी आशियाने पर 5 आतंकवादियों ने हमला किया था जिसमें पांचों आतंकवादियों समेत 7 की मौत हो गयी थी। इस हमले में अयोध्या का एक गाइड और एक महिला भी जिंदगी से हाथ धो बैठी थी। इस मामले पुलिस ने सर्विलांस के जरिये आशिफ इक़बाल, डॉ इरफ़ान, मो अजीज, मो शकील और मो नसीम को गिरफ्तार किया था जो इस समय इलाहाबाद के नैनी जेल में बंद हैं।
यह मुकदमा फैजाबाद के वकीलों के विरोध के चलते 20 सितम्बर 2006 को इलाहाबाद ट्रांसफर कर दिया गया था जो आज भी विचाराधीन है। अयोध्या के संतों और महंतों को आज भी फैसले का इंतजार है लेकिन अब शायद संतो के साथ साथ रामलला का भी इंतजार खत्म होने वाला है।
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