14 कोसी और पंच कोसी परिक्रमा के लिए बाहरी श्रद्धालु अयोध्या न जाएं, सभी सीमाएं हैं बंद
अयोध्या। उत्तर प्रदेश के अयोध्या में कार्तिक परिक्रमा मेला को लेकर पुलिस ने गाइडलाइन जारी की है और परिक्रमा के लिए सिर्फ अयोध्या के श्रद्धालुओं को अनुमति दी गई है। कोरोना वायरस संक्रमण काल में अयोध्या में भीड़ जुटने से रोकने के लिए बाहर के श्रद्धालुओं को परिक्रमा के लिए न आने की अपील की गई है। साथ ही पुलिस ने एहतियाती कदम उठाते हुए अयोध्या की सीमाओं को शनिवार से ही बैरियर लगाकर बंद कर दिया है। 22 नवंबर से 14 कोसी परिक्रमा है, 25 नवंबर से पंचकोसी परिक्रमा और 30 नवंबर को पूर्णिमा स्नान है। इसके लिए हर साल लाखों श्रद्धालु अयोध्या आते हैं लेकिन इस साल कोरोना वायरस से उपजे हालात को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने लोगों की संख्या सीमित करने का फैसला लिया है।
इस बार कार्तिक परिक्रमा मेले में 14 कोसी और पंच कोसी परिक्रमा के लिए सिर्फ अयोध्या के श्रद्धालुओं को अनुमति दी गई है। बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को रोकने के लिए सीमाओं पर बैरिकेड लगा दिए गए हैं और पुलिस चौकसी बरत रही है। इस बारे में पुलिस उप महानिरीक्षक दीपक कुमार ने बताया है कि इस काम में अयोध्या के पड़ोस के जिलों के पुलिस प्रशासन की मदद ली जा रही है, सीमाओं पर बैरिकेड और सुरक्षा बलों की तैनाती कर दी गई है। अयोध्या के जिला प्रशासन ने बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं से अपील की है कि कार्तिक परिक्रमा मेले में वे इधर न आएं। प्रशासन के साथ अयोध्या के संतों ने भी लोगों से घर में ही पूजा-अर्चना करने का अनुरोध किया है।
अयोध्या में बाहर से आ रहे श्रद्धालुओं को रोकने के लिए किए गए इंतजामों पर प्रभारी एसएसपी विजयपाल सिंह ने कहा कि जिले की 13 सीमाओं को बंद कर दिया गया है। बाहरी लोगों के अयोध्या में आने पर पाबंदी लगा दी गई है। सिर्फ अयोध्या के निवासियों को एंट्री दी जा रही है। आसपास के जनपदों में भी प्रशासन लोगों से अयोध्या न जाने की अपील कर रहा हैा। परिक्रमा के दौरान आतंकी हमले का भी अंदेशा रहता है जिसको देखते हुए खुफिया तंत्र भी सक्रिय है। वहीं एटीएस कमांडो की भी अयोध्या में तैनाती की गई है।
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