अयोध्या में श्री राम प्रवेश द्वार को तुड़वाएगी सरकार, सपा के शासन में हुई थी इसे बनवाने की घोषणा
फैजाबाद/अयोध्या। राम नगरी अयोध्या में एंट्री कराने वाले श्री राम प्रवेश द्वार को तोड़ा जाएगा। इस प्रवेश द्वार को बनवाने की घोषणा सपा सरकार के समय में हुई थी। यह जिम्मेदारी पर्यटन विभाग को सौंपी गई थी। मगर, निर्माण कार्य में घटिया सामग्री इस्तेमाल किए जाने की बात कहते हुए तत्कालीन अयोध्या विधायक व सपा सरकार के मंत्री तेज नारायण पांडेय ने कार्य रुकवा दिया था।
द्वार को 10 मीटर बढ़ाकर चौड़ा करना था, मगर बना संकरा
जिसके बाद अर्धनिर्मित द्वार को लेकर हुए जांच रिपोर्ट में कहा गया कि प्रवेश द्वार का निर्माण 10 मीटर बढ़ाकर चौड़ा करना था, लेकिन द्वार की चौड़ाई सँकरा करके भीड़ बढ़ने पर सुरक्षा के लिए खतरनाक बना दिया गया। जिसको लेकर पूर्व में भी कई बार शासन को पत्र के माध्यम से अवगत भी कराया गया। साथ ही इस निर्माण को गिराए जाने की अनुमति भी मांगी गई थी, लेकिन शासन द्वारा उचित जवाब न देने के कारण यह अर्धनिर्मित द्वार खड़ा रहा।
अभी तक 50 लाख रुपये की धनराशि खर्च हुई
अब एक बार फिर इस श्री राम प्रवेश द्वार को लेकर जिला प्रशासन ने शासन से अर्ध निर्मित द्वार को गिराए जाने की स्वीकृति मांगी है। साथ ही माना जा रहा है कि निर्माण में संबंधित विभाग से खर्च हुए धनराशि को रिकवरी भी कराया जा सकता है। 2 करोड़ की योजना से इस द्वार का निर्माण कार्य शुरू कराया गया था जिसमें अभी तक लगभग 50 लाख रुपये की धनराशि खर्च किया जा चुका है।
चली गई थी एक महिला की जान
अयोध्या के जिलाधिकारी अनुज झा ने कहा कि लोगों की सुरक्षा के मद्देनजर जिला प्रशासन ने यह फैसला लिया है। पूर्व में रामनवमी मेले के दौरान लाखों की भीड़ हो जाने से इस गेट पर हादसा हो चुका है। जिसमें एक महिला की मौत हो गई थी।प्रवेशद्वार सकरा होने के कारण तोड़ने का फैसला लिया गया है।
यह थी सपा सरकार की घोषणा
अखिलेश यादव के शासन काल में सौंदर्यीकरण योजना के तहत अयोध्या नयाघाट क्षेत्र के मुख्य द्वार पर 2 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले श्री राम प्रवेश द्वार को स्वीकृति दी गई थी। जिसकी नींव 2016 में रखी गई थी।
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