प्रेमी के लिए पति को उतारा मौत के घाट, लाश के टुकड़े कर कमरे में दफना दिया
इटावा। यूपी के इटावा में पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम ने 15 दिन पहले लापता हुए प्राइमरी अध्यापक के मामले का सनसनीखेज खुलासा किया है। पुलिस ने अध्यापक की हत्या के आरोप में मृतक की पत्नी और प्रेमी समेत एक अन्य साथी को गिरफ्तार किया है। अवैध संबंधों को छिपाने के लिए महिला ने अपने प्रेमी और एक साथी के साथ पति की फावड़े से काटकर हत्या की। इसके बाद शव के टुकड़ों को जलाकर घर के अंदर बने कमरे में गड्ढा खोदकर दफना दिया था और पुलिस में अपने पति के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी।
परिजनों ने लिखवाई थी गुमशुदगी की रिपोर्ट
इटावा में थाना चौबिया क्षेत्र के माखनपुर गांव में 15 दिन पहले एक प्राइमरी अध्यापक सुनील कुमार लापता हो गया था। सुनील के परिजनों ने थाने में उसके लापता होने की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। पुलिस लापता मास्टर की तलाश में दिन रात जुटी थी। कुछ दिन बाद लापता सुनील की कार पुलिस ने कानपुर के रेलवे स्टेशन की पार्किंग से बरामद की। सुनील की कार मिलने के बाद पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए अपनी जांच पड़ताल तेज कर दी। 15 दिन बाद रविवार को पुलिस ने लापता अध्यापक का टुकड़ों में बंटा हुआ शव पत्नी के प्रेमी के गांव में बने सूने घर के कमरे की जमीन से बरामद कर लिया। हत्या के आरोप में मृतक सुनील की पत्नी और प्रेमी समेत एक और साथी को गिरफ्तार किया है।
कानपुर रेलवे स्टेशन की पार्किंग से मिली कार
एसएसपी संतोष कुमार मिश्रा ने बताया, 8 जून को थाना चौबिया में अध्यापक सुनील कुमार की पत्नी रेखा देवी ने अपने पति की कई दिनों से लापता होने की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। रिपोर्ट दर्ज करने के बाद सुनील की तलाश के लिए पुलिस की दो टीम बनाई गई थी। एक दिन सुनील के परिजनों के नंबर पर एक अनजान नंबर से फोन आया था। उसने बताया कि सुनील की कार कानपुर रेलवे स्टेशन की पार्किंग में खड़ी है। पुलिस ने सुनील की कार बरामद कर ली और उस सूचना देने वाले नम्बर की डिटेल निकलवाई। वह नम्बर रामप्रकाश यादव का निकला जो कि सुनील के घर पर आता जाता रहता था।
रामप्रकाश से पूछताछ के बाद खुलने लगी परतें
पुलिस ने रामप्रकाश से जब पूछताछ शुरू की तो मामले की परतें खुलने लगी। पूछताछ में रामप्रकाश ने बताया कि सुनील की पत्नी रेखा और सुखवीर ने उसे इस फोन के लिए दस हजार रुपए दिए थे। पुलिस के शक की सुई अध्यापक सुनील की पत्नी रेखा और सुनील के दोस्त सुखवीर यादव की तरफ घूम गई और पुलिस ने दोनों को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ करना शुरू कर दिया। पुलिस की पूछताछ में सुनील की पत्नी रेखा ने बताया कि सुनील के दोस्त सुखवीर से उसके नाजायज संबंध हैं, जिसके बारे में सुनील को पता लग गया था और वह विरोध करने लगा था। सुखवीर और मैंने सुनील को रास्ते से हटाने की प्लानिंग की और प्लानिंग के मुताबिक सुखबीर मेरे पति को अपने गांव चौबिया के कुसैली गांव में घुमाने के बहाने ले गया और गांव में बंद पड़े घर के अंदर कमरे में सुनील की फावड़े से काटकर हत्या कर दी।
शव के टुकड़ों को जलाकर दफना दिया
इसके बाद घर के कमरे में चार फीट गहरा गड्ढा खोदकर उसमें शव के टुकड़ों को केरोसिन से जलाकर दफना दिया था। सुनील की कार को कानपुर रेलवे स्टेशन पर पार्किंग में खड़ा करवा दिया। पुलिस ने रेखा और उसके प्रेमी सुखवीर की निशानदेही पर उसके गांव के घर के कमरे से गड्ढा में से सुनील के शव के टुकड़ों को बरामद कर लिया है और हत्या में प्रयोग किया गया फावड़ा और मोबाइल फोन भी बरामद कर लिया है। सुनील के शव के टुकड़ों का पंचनामा भरकर डीएनए जांच के लिए भेजा गया है।