VIDEO: गुजरात से सफारी के लिए इटावा में लाए गए शेर की तबियत खराब हुई, नहीं बचा सके उसे
इटावा। इसी महीने गुजरात से यूपी के इटावा में सफारी के लिए सात शेर लाये गए थे। जिनमें से 'तौकीर' नाम के शर की तबियत खराब हो गई। वह खाना भी कम खा रहा था। 6 अक्टूबर से उसने कुछ भी नहीं खाया तो आईबीआरडी बरेली एवं मथुरा के पशु चिकित्सक उसके इलाज के लिए बुलवाए गए। उन्होंने शेर को ग्लूकोज चढ़ाया। हालांकि, फिर भी शेर का स्वास्थ्य नहीं सुधरा। डॉक्टरों ने 1750 एमएल ग्लूकोज चढ़ाया उसके कुछ दिन बाद फिर 900 एमएल चढ़ाया गया। उसके बाद बीते शुक्रवार को शाम 7:30 बजे उसे सफारी के अस्पताल में भर्ती कराया गया।
गुजरात से लाया शेर यहां कुछ खा नहीं पा रहा था
मगर, डॉक्टरों के तमाम प्रयासों के बाद भी तौकीर (शेर) को बचाया नहीं जा सका। रात करीब 11 बजे उसकी मौत हो गई। सफारी प्रबंधन से जुड़े लोगों ने उसके शव को पोस्टमार्टम के बरेली भेज दिया। इस संबंध में बात करने पर उन्होंने कहा कि गुजरात से लाया गया शेर यहां ठीक से कुछ खा नहीं पा रहा था।
11 शेरों की मौत हो चुकी
इटावा सफारी में पहले से आठ शेर थे। उसके बाद इसी माह सात और शेर गुजरात से लाये गए थे। इनको मिलाकर सँख्या 15 हो गई थी। शेरनी जसिका ने 4 शावकों को जन्म दिया था, 2 महीने पहले उनमें से एक की मौत हो गई। इस लॉयन सफारी में अब तक 11 शेरों की मौत हो चुकी है, जिनमें 6 शावक और 5 शेर-शेरनी थे।
'तौकीर की मौत का पता लगाने की कोशिश कर रहे'
उत्तर प्रदेश के मुख्य वन संरक्षक विभागाध्यक्ष पवन कुमार प्रधान भी लखनऊ से यहां पहुंचे। उन्होंने बताया कि हम लोग हाल ही सात शेर गुजरात से लेकर आये थे। उत्तर प्रदेश में उनको पर्यावरण को सेट करने में वक्त लगता है। अब तौकीर की मौत का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं।
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