इटावाः दिल्ली से पहुंचे सभी लोगों को गांव के स्कूलों में रखा गया, सबकी होगी जांच
इटावा। कोरोना वायरस को लेकर लॉकडाउन के बीच इटावा में दिल्ली और अन्य स्थानों से जिले के विभिन्न गांवों में लौटने वाले प्रवासी मजदूरों को स्थानीय प्राथमिक विद्यालयों और जूनियर स्कूलों में रखा जा रहा है, जिन्हें क्वारंटाइन सेंटर में बदल दिया गया है। बता दें कि बीते शनिवार की रात को दिल्ली से मजदूर वर्ग के लोग अपने-अपने घरों के लिए पैदल ही रवाना हो गए थे। इसके बाद योगी सरकार ने 1000 बसों की सुविधा मुहैया कराकर लोगों को उनके गंत्व्य तक पहुंचवाया।
अपने-अपने गांव पहुंचे सभी लोगों को गांव में मौजूद स्कूलों में रखा गया है। वहीं जिलाधिकारी जेबी सिंह ने कहा कि बहुत अधिक संख्या में लोग गांव पहुंचे हैं। जिसके चलते यह पहचानने में मुश्किल हो रही है कि किसकी टेस्टिंग हो चुकी है। इसलिए सभी गांव के लोगों की लिस्ट बनाई गई है और उन्हें क्वारंटाइन में रखा जाएगा। अगर 14 दिन के अंदर कोरोना के किसी भी तरह के लक्षण नहीं दिखते हैं तो उन्हें घर भेज दिया जाएगा।
People were returning in large numbers so it was difficult to determine who all have been tested. So we sought a list of all such people from all village heads. Then they were put under quarantine. They'll be sent home if they don't show any symptom: District Magistrate JB Singh https://t.co/prfjuFAweF
— ANI UP (@ANINewsUP) March 30, 2020
बता दें कि स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार भारत में कोरोना वायरस (COVID-19) से संक्रमित मरीजों की संख्या 1071 हो गई है। वहीं, इनमें से 99 लोग ठीक हो गए हैं। अभी तक 29 मरीजों की मौत हो गई है।
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