भतीजे अक्षय ने प्रसपा को बताया भाजपा की 'B' टीम, कहा- सपा को हराने के लिए BJP दिए 500 करोड़
Etawah News, इटावा। समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के स्टार प्रचारक व सांसद अक्षय यादव (akshay yadav) ने प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) (Pragatisheel Samajwadi Party) पर हमला बोला है। उन्होंने कहा, 'भाजपा की बी-टीम है, उससे सावधान रहे'। वहीं, अक्षय यादव ने कहा कि चाचा शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Singh Yadav) को भाजपा ने 500 करोड़ रुपये देकर फिरोजाबाद से चुनाव लड़ने भेजा है। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि हेलिकॉप्टर, सुरक्षा, मायावती का बंगला सबकुछ भाजपा ने दिया है।
महागठबंधन के जागरूक मतदाताओं पर कोई असर नहीं पड़ा
शुक्रवार को सपा कार्यालय पर अक्षय यादव (akshay yadav) का सपा जिलाध्यक्ष गोपाल यादव तथा पूर्व चेयरमैन कुलदीप गुप्ता ने समर्थकों के साथ माल्यार्पण करके जीत की अग्रिम बधाई दी। इसके उपरांत सांसद अक्षय यादव (akshay yadav) ने मीडिया से बात करते हुए प्रसपा सुप्रीमो पर जमकर हमला बोला। उनका दावा है कि मतदान के दौरान सुबह 9 बजे तक प्रसपा के बस्ता लगाने वाले अधिकांश नेता-कार्यकर्ता बस्ता हटाकर भाजपा के बस्तों पर बैठकर भाजपा के पक्ष में मतदान कराने लग गए थे। इसके बावजूद महागठबंधन के जागरूक मतदाताओं पर कोई असर नहीं पड़ा।
रामगोपाल यादव के बेटे है अक्षय
अक्षय ने मतदाताओं को सावधान करते हुए कहा, 'गठबंधन बहुत मजबूत है। ऐसे लोगों के अफवाहों में नहीं आना है। समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के उम्मीदवार के पक्ष में ही मतदान करना है।' बता दें कि सांसद अक्षय यादव (akshay yadav) फिरोजाबाद संसदीय क्षेत्र से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार हैं और एसपी के प्रधान महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव (Ram Gopal Yadav) के बेटे हैं।
500 करोड़ रुपये लेने का लगाया आरोप
अक्षय यादव ने आरोप लगाते हुए कहा, 'प्रगतिशील समाजवादी पार्टी भारतीय जनता पार्टी की बी-टीम है, उनसे सावधान रहने की जरुरत है। यादव ने कहा कि उनके पास पैसा नहीं है, चुनाव में हमारी मदद करो। गजब देखिए जिस प्रसपा उम्मीदवार के पास पैसा नहीं है, वह हेलिकॉप्टर से चुनाव प्रचार कर रहा था। ये पैसा कहां से आया? उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने 500 करोड़ रुपया देकर फिरोजाबाद सीट से चुनाव लड़ने के लिए भेजा दिया।' जब सपा सांसद से फिरोजबाद से चुनाव जीतकर चाचा शिवपाल का आशीर्वाद लेने का सवाल पर कहा कि रिश्ते जो भी है वह कभी खत्म नहीं हो सकते राजनीतिक तोर तरीके अलग हो सकते है।
ये भी पढ़ें:- इटावा की सीट पर क्या हैं जीत-हार के पुराने सियासी आंकड़े