इटावा जेल में डी-2 गैंग के हिस्ट्रीशीटर मोनू पहाड़ी की मौत, मुन्ना खालिद से हुआ था संघर्ष
इटावा। उत्तर प्रदेश के इटावा जिले जेल में बंद कानपुर के कुख्यात अपराधी मोनू पहाड़ी और मुन्ना खालिद के बीच वर्चस्व को लेकर संघर्ष हुआ। इस संघर्ष में मोनू पहाड़ी गंभीर रूप से घायल हो गया जिसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया था। गुरुवार सुबह मोनू पहाड़ी की इलाज के दौरान मौत हो गई। वहीं, हमले में घायल आगरा के शातिर अपराधी मुन्ना खालिद की हालत भी गंभीर बताई जा रही है। दोनों का बीच-बचाव के लिए पहुंचे डिप्टी जेलर समेत एक दर्जन रक्षक भी जख्मी हुए है।
जानकारी के मुताबिक, आगरा जिला जेल से लाए गए कुख्यात अपराधी मुन्ना खालिद और कानपुर जेल से आए शार्प शूटर मोनू पहाड़ी के बीच बुधवार शाम वर्चस्व को लेकर टकराव हो गया। स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए जेल प्रशासन को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा था, जिसमें कई कैदी घायल हो गए थे। इस घटना के बाद एसएसपी आकाश तोमर, एसपी सिटी डा. रामयश सिंह, एडीएम ज्ञानेंद्र सिंह, एसडीएम सदर सिद्धार्थ, सीओ सिटी व सीओ सैफई जेल में पहुंचे और स्थिति को सामान्य किया था। वहीं, घायलों का जेल अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया। बता दें कि मोनू पहाड़ी की स्थिति गंभीर होने पर देर रात उसे जिला अस्पताल भेजा गया। गुरुवार सुबह डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद जेल का माहौल तनावपूर्ण हो गया है।
हालांकि अफसरा स्थिति नियंत्रण में होने की बात कह रहे हैं। एसएसपी आकाश तोमर ने बताया कि वर्चस्व को लेकर दो कैदियों में मारपीट हुई थी, मामले को सामान्य कर लिया गया है। वहीं, जिलाधिकारी जेबी सिंह ने बताया कि बंदियों द्वारा हमले में मोनू पहाड़ी की मौत हो गई है, जबकि 6-7 अन्य बंदी भी घायल हुए हैं। घायल बंदियों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, घायल हुए डिप्टी जेलर जगदीश प्रसाद की हालत खतरे से बाहर है। घटना में मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए गये हैं। जांच अधिकारी नामित अपर जिलाधिकारी ज्ञान प्रकाश श्रीवास्तव 15 दिन में अपनी रिपोर्ट देंगे।
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