यूपी: 2 गांवों के बीच लगी भीषण आग, 300 बीघा गेहूं की फसल हो गई खाक, रो-रोकर किसानों का बुरा हाल
Uttar pradesh news, एटा। गर्मी की तपती दोपहरी में यूपी में एटा जिले के थाना बागवाला क्षेत्र में भीषण आग लग गई। इस आग से दो गांवों के बीच लगभग 300 बीघा गेहूं की खड़ी फसल जलकर राख हो गई। ग्रामीणों के जी-जान से जुटने के बावजूद आग नहीं रुकी, तेज हवा के चलते वह विकराल होती चली गई। ग्रामीणों की मशक्कत के बीच करीब डेढ़ की बाद फायर ब्रिगेड आग से प्रभावित इलाके में पहुंची। मगर, ब्रिगेड की पहली गाड़ी खराब हो गई, जिसके बाद दूसरी गाड़ी बुलाई गई। आग बुझने तक किसानों की सालभर की मेहनत पर पानी फिर गया। पीड़ित महिला-पुरुष दहाड़े मारकर रोने लगे। अज्ञात कारणों से लगी आग की वजह से लाखों की फसल तबाह हो गई।
यूपी के एटा जिले में आग ने मचाया तांडव, सालभर की मेहनत बेकार
संवाददाता के अनुसार, जनपद के थाना बागवाला क्षेत्र के नगला भटमई में दोपहर 3 बजे यह आग लगी। तेज हवा और कड़क धूप की वजह से कुछ ही समय में वह 500 मीटर दूर दूसरे गाँव कुनेठा तक जा पहुंची। इससे उसकी जद में आए लगभग 300 बीघा गेहूं की फसल जल गई। फायर ब्रिगेड के पहुंचने के बाद ही आग बुझ पाई। जिसके बाद राजस्व टीम किसानों को हुए नुकसान का आंकलन करने पहुंची। उन्होंने किसानों से आश्वसन देते हुए जिला प्रशासन तक रिपोर्ट पहुंचाने एवं सरकार से मुआवजा दिलाने की बात कही।
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किसानों ने कहा- 500 बीघा से ज्यादा फसल जल गई
जिस वक्त आग फसलें जलाकर राख कर रही थी, उस वक्त वहां किसान परिवार की महिलाएं भी जा पहुंची। एक पीड़िता तो सुध ही खो बैठी। उसकी जीविका का साधन गेहूं जलकर खाक हो या था। किसानों का कहना है कि, उनके हिसाब से 500 बीघा से ज्यादा फसल जली है। गेहूं के इन खेतों में पकी हुई फसल की कटाई होने वाली थी, तभी अचानक आग लग गई। खासतौर पर, गरीब किसान तो बरबाद हो गया है। सभी को अपनी फसल का पूरे साल से इंतजार था, लेकिन कुछ ही क्षणों में उनकी पूरी साल की मेहनत पर पानी फिर गया।
फायर ब्रिगेड देरी से पहुंची, वरना काफी फसल बच सकती थी
स्थानीय निवासियों का यह भी कहना है कि फायर ब्रिगेड समय पर पहुंच जाती तो इतना बड़ा नुकसान नहीं होता। फायर ब्रिगेड़ की गाड़ियां ड़ेढ घंटे देरी से पहुंची। वहीं, अग्निशमन अधिकारी शिवदयाल शर्मा (सीएफओ) ने सफाई देते हुए कहा कि वो इस जली हुई फसल को 50 बीघा मान रहे हैं और दबी जुबान से उन्होंने कहा कि हमारे पास संसाधन पर्याप्त नहीं हैं। क्योंकि, एक फायर ब्रिगेड की गाड़ी मंडी में रखी मतपेटिकाओं की व्यवस्था में है, जबकि एक ही दमकल से ही काम चलाया जा रहा है। बाकी खराब हालत में खड़ी हुई हैं।
अग्निशमन अधिकारी ने सफाई में यह सब कहा
सीएफओ (अग्निशमन अधिकारी, एटा) ने यह भी कहा कि जनपद में 3 से 4 दमकलों की आवश्यकता है। कई बार नई दमकलों के लिए चिट्ठी लिख चुके हैं, उसके बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। वहीं ये पूरा मामला जिलाधिकारी आईपी पांडेय के संज्ञान में भी गया है। जिलाधिकारी ने कहा है कि पीड़ित किसानों को जिला प्रशासन की ओर से राहत राशि प्रदान की जायेगी।