इटावा: कोरोना पॉजिटिव मरीज ने खोली सैफई पीजीआई में अव्यवस्थाओं की पोल, वीडियो वायरल
इटावा। आगरा के पारस अस्पताल से सैफई पीजीआई में शिफ्ट किए गए 69 कोरोना मरीजों में से एक 17 साल के मरीज ने सैफई की अव्यवस्थाओं का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किया है। अस्पताल की हकीकत बताने के लिए मरीज ने इस वीडियो को पीएम नरेंद्र मोदी और प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ तक पहुंचाने की अपील की है। इस वीडियो में युवक हताश होकर यह कहता भी नजर आ रहा है, 'लगता है हमें आगरा से यहां सैफई मरने के लिए भेज दिया गया है।'
आगरा से 69 मरीज सैफई किए गए थे शिफ्ट
22 अप्रैल को आगरा के पारस अस्पताल से 69 मरीजों को इटावा के सैफई मेडिकल कॉलेज में शिफ्ट किया गया था। इनमें कई मरीज एक ही परिवार के हैं, जिन्हें अलग-अलग वॉर्ड में रखा गया है। अब यहां का एक वीडियो सामने आया है, जो 17 वर्षीय एक युवक ने बनाया है। युवक ने बताया कि वह चार-पांच दिनों से यहां भर्ती है। उसके माता-पिता भी कोरोना पॉजिटिव हैं। वीडियो में वॉर्डों के बाहर गत्ता और पानी की बोतलें सहित अन्य सामान पड़े दिख रहे हैं। वॉर्ड से कुछ दूरी पर चार रंग के बड़े-बड़े डस्टबिन हैं, जो कचरे से पूरी तरह से भरे हैं। इनके आसपास भी कचरा पड़ा है। फर्श पर पानी है और शौचालय गंदे हैं। यहां तक नल के पास पोंछा टांगा जा रहा है। वॉशबेसिन तक गंदे पड़े हैं।
एक कमरे में 5 से 7 मरीज
युवक ने बताया कि वॉर्ड में जिस तरीके से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन होना चाहिए, वह नहीं हो रहा है। एक ही कमरे में 5 से 7 मरीजों को रखा गया है। बेड शीट तक नहीं बदली जा रही हैं। सफाई कर्मचारी नहीं आ रहे हैं। एक अन्य मरीज ने बताया कि शौचालय में बाल्टी और मग तक साफ नहीं हैं। मामला संज्ञान में आने पर ज़िलाधिकारी इटावा ने मुख्य विकास अधिकारी को हालात का जायजा लेने भेजा। मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि सैफई पीजीआई में गंदगी के साथ खाना भी नहीं मिला रहा है। उन्होंने बताया कि अस्पताल में गंदगी तो है ही, साथ में शिकायत मिली है कि वहां कोरोना मरीजों को खाना भी समय से नहीं मिलता है।
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