एटा: जेल में कैदी कर रहे 'सीएम' आलू की खेती, एक आलू का वजन 1 Kg
Etah news, एटा। यूपी के एटा में जिला कारागार में कैदी अब हाईटेक किसान बन गये हैं। जिला कारागार में कैदियों को जैविक खेती का प्रशिक्षण देने के बाद कैदियों की मेहनत रंग लाई है और अपनी फसल को देख जहॉं वो खुशी से फूले नहीं समा रहे है वहीं आलू की बड़ी तादात में उत्पादन को देख जेल के आला अधिकारी भी उनकी मेहनत को सराह रहे हैं। जैविक खेती के द्वारा की गयी आलू की फसल में एक आलू का वजन एक किलो तक है।
आलू का नाम 'सीएम'
जिला कारागार में बंदियों ने जैविक खेती के माध्यम से आलू की फसल तैयार की है। चार महीने बंदियों को दिये गये प्रशिक्षण के बाद अब बंदियों के चेहरे पर खुशी की लहर है। जिला जेल में इन बंदियों ने जैविक खेती करने का हुनर सीख कर जैविक खेती करना शुरू कर दी है। उन्होंने अपने आलू को 'सीएम' नाम दिया है। सीएम आलू की फसल पूरे जनपद में किसानों के लिए चर्चा का विषय बनी हुयी है।
कैदी बने हाईटेक किसान
विभिन्न आपराधिक मामलों में सजा काट रहे ये कैदी अब किसान बन गये हैं। जिला कारागार के करीब 5 एकड़ जमीन पर ये 25 से 30 कैदी रोजाना 5 से 6 घंटे खेती कर थे और उनकी मेहनत रंग लाई। सीएम आलू की बंपर पैदावार से कैदी गदगद हैं। वहीं, भारी मात्रा में आलू की पैदावारी से कैदियों के लिए अब बाहर से आलू मंगाने की जरुरत नहीं पड़ेगी। स्वास्थ्य की दृष्टि से और खाने में बेहद स्वादिष्ट हैं और कैदी हाईटेक किसान बन गये हैं।
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