जब बिरजू महाराज ने कहा था-'माधुरी का हर अंग थिरकता है, नजर आता है मीना-वहीदा का अक्स'
नई दिल्ली, 17 जनवरी। आज कला-संगीत के क्षेत्र के लिए दुखद दिन है क्योंकि आज कथक सम्राट और पद्म विभूषण से सम्मानित पंडित बिरजू महाराज ने दुनिया को अलविदा कह दिया। 83 वर्ष की अवस्था में परलोक सिधारने वाले बिरजू महाराज के जाने से आज देश में शोक की लहर है। अपने नृत्य कौशल से विश्वपटल पर भारत का नाम सुनहरे अंकों में अंकित करवाने वाले बिरजू महाराज असल जिंदगी में बॉलीवुड की डासिंग क्वीन माधुरी दीक्षित के डांस को पसंद करते थे।

बिरजू महाराज ने माधुरी दीक्षित को कोरियोग्राफ किया था
उनका मानना था कि माधुरी को साक्षात मां सरस्वती का आशीर्वाद प्राप्त है। मालूम हो कि बिरजू महाराज ने साल 2002 की मेगाहिट फिल्म 'देवदास' के सुपरहिट गीत 'काहे छेड़ छेड़ मोहे' में माधुरी दीक्षित को कोरियोग्राफ किया था। उन्होंने कलर्स के चर्चित डांस रियलिटी शो 'झलक दिखला जा' में माधुरी के साथ स्टेज पर डांस प्रस्तुति भी दी थी, ये टीवी की दुनिया का ऐतिहासिक पल था। उन्होंने प्रस्तुति के बाद माधुरी की दिलखोलकर तारीफ की थी और कहा था कि माधुरी के अंदर एक बच्चा है, जो कि केवल सीखना चाहता है।

'जब वो थिरकती हैं तो उनका अंग-अंग थिरकता है'
उन्होंने कहा था कि 'जब वो थिरकती हैं तो उनका अंग-अंग थिरकता है। वो एक कुशल नृ्त्यांगना और परिपक्क अभिनेत्री हैं। माधुरी के अंदर मुझे 'पाकिजा' फिल्म की मीना कुमारी और 'गाइड' फिल्म की वहीदा रहमान दिखायी पड़ती हैं। जिस तरह से दोनों अभिनेत्रियों ने नृत्य को यादगार कर दिया उसी तरह माधुरी ने शास्त्रीय संगीत को अपने डांस के बूते एक नयी पहचान दी है।'

'दिल तो पागल है'
मालूम हो कि माधुरी के साथ उन्होंने साल 1997 में पहली बार 'दिल तो पागल है' में काम किया था। इसके बाद बिरजू महाराज ने माधुरी के साथ फिल्म 'देवदास 'और 'डेढ़ इश्किया' में काम किया था।

'मैंने पंडित बिरजू महाराज जैसा दूसरा कोई नहीं देखा'
तो वहीं पंडित बिरजू महाराज के बारे में बताते हुए माधुरी ने कहा था, "मैं उनकी बहुत बड़ी फैन हूं,मेरे ख्याल से वो बेस्ट कथक डांसर हैं, हमारे देश में बहुत से प्रतिभावान नर्तक हैं, लेकिन मैंने पंडित बिरजू महाराज जैसा दूसरा कोई नहीं देखा, मैं उनकी बहुत इज्जत करती हूं।''
बेस्ट कोरियोग्राफर का नेशनल अवार्ड
गौरतलब है कि बिरजू महाराज ने 'विश्वरूपम', 'उमराव जान' और 'बाजी राव मस्तानी' में भी कोरियोग्राफी की थी। भारत सरकार ने इन्हें साल 1986 में 'पद्म विभूषण' से नवाजा था। इन्हें संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार और कालिदास सम्मान से सम्मानित किया गया था। साल 2012 में फिल्म 'विश्वरूपम' के लिए बेस्ट कोरियोग्राफर का नेशनल अवार्ड दिया गया था।
यहां देखें: माधुरी और बिरजू महाराज की जुगलबंदी