'The Kashmir Files' Propaganda Controversy: 'कश्मीरी हिंदुओं के पलायन और दर्द की कहानी', 10 बड़ी बातें
आईएफएफआई 2022 के जूरी हेड नादव लैपिड ने 'द कश्मीर फाइल्स' को वल्गर और प्रोपेगेंडा बेस्ड फिल्म करार दे दिया है। जिसको लेकर विवाद हो रहा है। आपको बता दें कि 'द कश्मीर फाइल्स' 11 मार्च 2022 को रिलीज हुई थी।
The Kashmir Files Row: गोवा में आयोजित 53वें इंटरनेशनल इंडियन फिल्म फेस्टिवल में आईएफएफआई 2022 के जूरी हेड नादव लैपिड ने मशहूर डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री की फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' को वल्गर और प्रोपेगेंडा बेस्ड फिल्म करार दे दिया है। जिसके बाद इस पर बवाल मच गया है। फिल्म की पूरी कास्ट जहां इस बयान के खिलाफ हैं वहीं सोशल मीडिया पर नादव लैपिड की काफी आलोचना हो रही है। फिल्ममेकर अशोक पंडित केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर से इस मामले पर सख्त कदम उठाने की मांग की है।
चलिए यहां जानते हैं फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' को लेकर मचे अभी तक के दस बड़े अपडेट्स
'वल्गर और प्रोपेगेंडा बेस्ड फिल्म'
गोवा में आयोजित 53वें इंटरनेशनल इंडियन फिल्म फेस्टिवल में आईएफएफआई 2022 के जूरी हेड नादव लैपिड ने कहा कि 'हम सभी फिल्म #KashmirFiles को देखकर हैरान हैं , ये हमें एक वल्गर और प्रोपेगेंडा बेस्ड फिल्म लगी थी। मैं अपनी फीलिंग्स को मंच पर खुले तौर पर शेयर करने में पूरी तरह से कंफर्टेबल हूं। इस पर खुली बहस होनी चाहिए।'
जूरी बोर्ड ने लैपिड के बयान से पल्ला झाड़ा
इजराइली फिल्ममेकर नादव लैपिड के बयान से अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के जूरी बोर्ड ने खुद को अलग कर लिया है। उसका कहना है कि ये उनकी 'निजी राय' है। बोर्ड उनकी इस बात से इत्तफाक नहीं रखता है। आपको बता दें कि लैपिड ने अपने बयान में कहा था कि फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' को देखने के बाद पूरी जूरी स्तब्ध थी।
'कश्मीरी हिंदुओं के पलायन और दर्द की कहानी'
आपको बता दें कि 'द कश्मीर फाइल्स' 11 मार्च 2022 को रिलीज हुई थी। फिल्म के रिलीज के बाद ही ये सुर्खियों में रही। फिल्म कश्मीरी हिंदुओं के पलायन और दर्द की कहानी कहती है, ये इस साल की सबसे अधिक कमाई करने वाली फिल्मों में से एक रही है, जिसने Global box office पर 350 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई की।
'भाजपा पर प्रोपेगेंडा फैलाने का आरोप'
फिल्म की रिलीज के वक्त अग्निहोत्री पर भाजपा विरोधी दलों ने भी प्रोपेगेंडा फैलाने का आरोप लगाया था। कई दलों ने तो भाजपा को भी इसका हिस्सा बता दिया था और उन पर सांप्रदायिक भावनाओं को भड़काने का आरोप लगा दिया था।
'व्यावसायिक रूप से हिट रही फिल्म'
इसके बावजूद फिल्म लोगों के दिलों पर असर करने में सफल रही और व्यावसायिक रूप से हिट साबित हुई थी। फिल्म में अनुपम खेर, पल्लवी जोशी और मिथुन चक्रवर्ती जैसे दिग्गजों ने लीड रोल प्ले किया है।
'सच सबसे खतरनाक चीज है'
नादव लैपिड के बयान पर विवेक अग्निहोत्री ने ट्वीट कर लिखा- गुड मॉर्निंग, सच सबसे खतरनाक चीज है. ये लोगों को झूठा बना सकता है. #CreativeConsciousness।
'झूठ का कद कितना भी ऊंचा क्यों ना हो...'
तो वहीं फिल्म में अहम रोल निभाने वाले मशहूर दिग्गज अभिनेता अनुपम खेर ने भी नादव के बयान पर गुस्सा जाहिर करते हुए ट्वीट किया है कि 'झूठ का कद कितना भी ऊंचा क्यों ना हो.. सत्य के मुकाबले में हमेशा छोटा ही होता है।'
'इंडियन सम्मान और आदर का मजाक उड़ाया'
भारत में इजराइल के राजदूत नाओर गिलोन ने नादव लैपिड के बयान से खुद को दूर करते हुए इसे उनकी निजी राय कहा है। उन्होंने नादव की क्लास लगाते हुए कहा है कि 'आपने इंडियन सम्मान और आदर का मजाक उड़ाया है, जो उन्होंने आपको दिया है। ये बेहद शर्मनाक हरकत है। मैं कोई फिल्म विशेषज्ञ नहीं हूं, लेकिन मुझे पता है कि ऐतिहासिक घटनाओं का गहराई से अध्ययन करने से पहले उनके बारे में बात करना असंवेदनशील और सरासर गलत है। वहां जो कुछ भी हुआ था, उसकी कीमत आज भी लोग चुका रहे हैं। मैं लैपिड के किसी भी बात का समर्थन नहीं करता हूं।'
'जाहिर तौर पर ये दुनिया के लिए बहुत स्पष्ट है...'
वहीं अभिनेत्री स्वरा भास्कर ने लैपिड को सपोर्ट करते हुए ट्वीट किया है कि 'जाहिर तौर पर ये दुनिया के लिए बहुत स्पष्ट है... '. उन्होंने इसके साथ ही लैपिड का बयान शेयर किया है। स्वरा अपने इस ट्वीट के बाद लोगों के निशाने पर हैं। लोग उनकी भी जमकर आलोचना कर रहे हैं।