धनबादः पूरे परिवार को आधी रात में उठा ले गए नक्सली फिर मुखबिरी के शक पर जनअदालत में बरसाई 101 लाठियां
धनबाद। झारखंड के धनबाद जिले के टुंडी प्रखंड के बेगनोरिया पुलिस पिकेट के पास नयाडीह भंडरिया टोला से नक्सलियों ने पुलिस एसपीओ यानी कि मुखबिर हरिचंद हांसदा, पत्नी पूजा देवी और उसके चचेरे भाई दिलीप हांसदा को अगवा कर लिया। इन तीनों को अगवा करने के बाद बरवाअड्डा थाना क्षेत्र के काड़ालागा पहाड़ी जंगल के पास ले गए। इसके बाद जनअदालत लगाकर तीनों को बुरी तरह से पीटा। दैनिक जागरण के मुताबिक नक्सलियों ने हरिचंद के पीठ और शरीर पर गिनते हुए 101 लाठियां मारी।
इसके बाद पीड़ित परिवार को चेतावनी देने हुए मुखबिरी बंद करने और पड़ोसी से चल रहे जमीन विवाद को खत्म करने का आदेश दिया। इसके बाद तीनों को देर रात में छोड़ दिया। पीड़ित हरिचंद हांसदा ने बताया कि उसके पड़ोस में रहने वाले बाबू जान से विवाद चल रहा है। हरिचंद ने आरोप लगाया कि बाबू जान ने ही नक्सलियों से सांठगांठ कर अगवा कर पिटवाया है। साथ ही हरिचंद ने यह भी कहा कि बाबू जान ने इसके बारे में पहले भी धमकी दी थी।
बेगनोरिया पुलिस पिकेट से 500 मीटर दूर नयाडीह भंडरिया टोला में गुरुवार की रात को 30 से अधिक हथियारबंद नक्सली आए थे। इन्होंने उसे, पत्नी पूजा व चचेरे भाई दिलीप को पकड़ लिया। नक्सली जब अगवा कर रहे थे तो पूजा की गोद में एक माह की बच्ची थी। उसे छीनकर जमीन पर पटक दिया। फिर सभी को जंगल की ओर ले गए। हालांकि बच्ची की चीख सुनकर एक पड़ोसी ने उसे उठा लिया।
नक्सली नयाडीह पहाड़ी के रास्ते से पीटते हुए टुंगरो-मधुपुर होकर बरवाअड्डा के काड़ालागा पहाड़ी जंगल ले गए। वहां जनअदालत लगाकर सभी को पीटा गया। मुखबिरी का आरोप लगाया। घटना से पूरा परिवार खौफजदा है। डर से घर में ही कैद हैं। शनिवार को मामला दर्ज कराएंगे। इधर शुक्रवार दोपहर टुंडी थाना व बेगनोरिया पिकेट की पुलिस उसके गांव पहुंची। पुलिस तहकीकात कर रही है। इधर पड़ोसी बाबू जान की पत्नी का कहना है कि हमारा जमीन विवाद तो है, पर नक्सलियों से पिटवाने का आरोप पूरी तरह बेबुनियाद है।
वहीं टुंडी थाना प्रभारी शारदा रंजन प्रसाद सिंह ने कहा कि हरिचंद का पड़ोसी से 18 एकड़ जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। उसकी पिटाई की सूचना मिली है। हालांकि नक्सली दस्ते ने पिटाई की ऐसी कोई जानकारी नहीं है। अभी तक कोई लिखित शिकायत भी नहीं मिली है।
गिरिडीहः नक्सली को मारने के लिए पहुंच गए 500 आदिवासी फिर सात लोगों को जिंदा जलाने का किया प्रयास