जज उत्तम आनंद मर्डर केस में लापरवाही बरतने के लिए धनबाद SSP को किया जाए सस्पेंड, बाबूलाल मरांडी ने की मांग
जज उत्तम आनंद मर्डर केस में लापरवाही बरतने के लिए धनबाद SSP को किया जाए सस्पेंड, बाबूलाल मरांडी ने CM से की मांग
धनबाद, 1 अगस्त: झारखंड धनबाद के जज उत्तम आनंद मर्डर केस की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंप दी गई है। इसी बीच खबर है कि न्याययाधीश उत्तम आनंद की मौत के मामले में लापरवाही बरतने के लिए धनबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) संजीव कुमार के खिलाफ कार्रवाई या जांच हो सकती है। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी ने जज उत्तम आनंद की हत्या के मामले में लापरवाही बरतने के लिए धनबाद के एसएसपी संजीव कुमार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। बाबूलाल मरांडी ने इसको लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र भी लिखा है।
धनबाद SSP के खिलाफ हो कड़ी कार्रवाई: बाबूलाल मरांडी
बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि धनबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए और लापरवाही बरतने के लिए उन्हे सस्पेंड किया जाना चाहिए। बाबूलाल मरांडी ने कहा, ''एसएसपी संजीव कुमार का पिछला रिकॉर्ड भी सवालों के घेरे में है। जब वे पलामू जिले के एसपी थे, तब एक बुजुर्ग दंपति का अपहरण कर लिया गया था और वह मामला अभी भी सुलझ नहीं रहा है। इसके बावजूद उन्हें पदोन्नत कर धनबाद का एसएसपी बनाया गया। इस अक्षम अधिकारी के कारण धनबाद में क्राइम और भी बढ़ रहा है। इसलिए उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।''
जानें कैस की गई जज उत्तम आनंद की हत्या?
28 जुलाई 2021 को धनबाद में सुबह मार्निंग वॉक के दौरान एक ऑटो की टक्कर से जज उत्तम आनंद की मौत हो गई थी। लेकिन सामने आई सीसीटीवी वीडियो फुटेज देखकर ऐसा लग रहा था कि जज उत्तम आनंद को जानकर धक्का मारा गया है। धनबाद पुलिस ने ऑटो चलाने वाले लखन कुमार वर्मा और राहुल वर्मा को गिरफ्तार किया और ऑटो-रिक्शा को जब्त कर लिया है। आरोपियों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है कि उन्होंने जज को जानबूझकर टक्कर मारी थी। पुलिस ने कहा है कि ऑटो चोरी का था। अब इस मामले में ये जांच की जाएगी कि आखिर इस मर्डर प्लान का मास्टरमाइंड कौन था।
'सुप्रीम कोर्ट के बाद हेमंत सोरेन की सरकार जागी है'
जज उत्तम आनंद मर्डर केस में सीबीआई जांच की सिफारिश देरी से किए जाने के पर बाबूलाल मरांडी ने झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार पर निशाना साधा है। बाबूलाल मरांडी ने कहा है, "राज्य सरकार ने यह फैसला सुप्रीम कोर्ट में मामला उठाए जाने के बाद लिया है। सुप्रीम कोर्ट के बाद हेमंत सोरेन की सरकार जागी है।''
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राज्य सरकार के एक आधिकारिक बयान के मुताबिक जज उत्तम आनंद मर्डर केस में जांच के लिए एक एसआईटी का गठन किया गया था। मुख्यमंत्री हमेंत सोरेन ने शनिवार (31 जुलाई) को मृतक जज के परिजनों से मुलाकात की है। परिजनों ने हेमंत सोरेन से उनकी पत्नी को अनुकंपा के आधार पर नौकरी देने का अनुरोध किया है और जांच के लिए एसआईटी के गठन पर संतोष व्यक्त किया था।