लॉकडाउन के चलते नहीं आ सके बेटे तो बच्चे को गोद में लेकर बहू ने सास की अर्थी को दिया कंधा फिर दी मुखाग्नि
देवरिया। उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में एक मार्मिक घटना सामने आई है, जहां एक बहू ने अपनी सास की अर्थी को कंधा दिया और उनकी चिता को मुखाग्नि भी दी। यह घटना जिले के लार थाना क्षेत्र के तिलौली गांव की है, जहां एक बुजुर्ग की अचानक मौत हो गई। उनके तीन बेटे चाहकर भी मां के अंतिम दर्शन नहीं कर पाए। हालांकि जब कोई रास्ता नहीं निकला तो घर में मौजूद बहू ने बेटे का फर्ज निभाया।
तीनों बेटे अलग-अलग राज्यों में रहते हैं
बहू ने गोद में मासूम बच्चे को लेकर सास की अर्थी को कंधा दी, घाट पर चिता में आग लगाई और परंपरा के मुताबिक क्रिया-कर्म भी किया, जिसे घाट पर देखकर लोग हैरान रह गए। तितौली गांव की रहने वाली सुमित्रा देवी के तीन बेटे हैं। सुमित्रा अपने एक बेटे चंद्रशेखर की पत्नी नीतू और उनके बच्चों के साथ सलेमपुर कस्बे में सोहनाग रोड पर किराए के कमरे में रहती थी। तीनों बाहर नौकरी करते है और अलग-अलग राज्यों में रहते हैं ।
बहू ने सास की मौत की दी जानकारी
बीते शुक्रवार को सुमित्रा की तबीयत अचानक खराब हो गई। लॉकडाउन के चलते लोगों की मदद से नीतू उन्हें एंबुलेंस से सीएचसी ले गई, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इसके बाद बहू ने सास की मौत की जानकारी अपने पति समेत परिवार के अन्य लोगों को दी। लॉकडाउन के चलते रेलगाड़ी, हवाई जहाज सब बंद होने के चलते महिला का कोई भी बेटा आ नहीं सका।
बहू ने सास की अर्थी को दिया कंधा
नीतू ने खुद अन्य लोगों के साथ शव को कंधा दिया और साथ में श्मशान घाट भी गई। मौके पर कोई पुरुष मौजूद ना होने के चलते चिता को मुखाग्नि देने की बात आई तो वहां मौजूद सभी लोग एक दूसरे का मुंह देखने लगे। ऐसे में नीतू ने आगे आकर खुद ही अपने सास की चिता को मुखाग्नि दिया और अंतिम संस्कार के सभी रस्मों को निभाया।
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