बस में मोबाइल चुरा भाग रहे पॉकेटमार को महिला ने दबोचा, हमले में घायल पति की मौत
नई दिल्ली। दिल्ली में प्रगति मैदान के पास चलती बस में मोबाइल छीनकर भाग रहे बदमाश ने विरोध करने पर युवक की चाकू घोंपकर हत्या कर दी, लेकिन मृतक की पत्नी ने हिम्मत दिखाते हुए एक जेबकतरे को दबोचने में सफल रही। घटना रविवार शाम की बताई जा रही है। हालांकि पति को छुड़ाने पहुंची महिला को भी बदमाशों ने नहीं बख्शा और चाकू मारकर घायल कर दिया। इसके बाद अन्य लोगों ने दूसरे बदमाश को भी पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। राम मनोहर लोहिया अस्पताल में महिला का इलाज चल रहा है।
चिड़ियाघर से वापस लौट रहा था दंपति
मृतक की पहचान अमरजीत के तौर पर हुई है। अमरजीत (25) उत्तर प्रदेश के अंबेडकर नगर का रहने वाला था। वह अपने परिवार के साथ दिल्ली के निलौठी गांव में रहता था। वह एक निजी कंपनी में नौकरी करता था। रविवार को छुट्टी का दिन होने के कारण वह पत्नी मंजू, बेटे और भाई के साथ चिड़ियाघर गया था। शाम करीब 5.15 बजे घर जाने के लिए डीटीसी की बस पकड़ी थी।
जेबकतरे ने अमरजीत के सीने में चाकू घोंपा
बस में चढ़ते ही प्रगति मैदान के पास चार बदमाशों ने उसे चारों तरफ से घेर लिया था। इसमें से एक ने उसकी जेब से मोबाइल निकाला तो पत्नी की नजर पड़ी और शोर मचाकर उसे पकड़ने की कोशिश की। शोर सुनकर चालक ने बस रोका तो पॉकेटमार और उसके तीन साथी उतरकर भागने लगे। अमरजीत और मंजू ने चारों का पीछा किया और करीब 50 मीटर दूर जाकर अमरजीत ने अजीत नाम के जेबकतरे को दबोच लिया। खुद को छुड़ाने के लिए उसने अमरजीत के सीने में चाकू घोंप दिया। अमरजीत लहूलुहान हो गिर पड़ा।
मंजू ने दिखाई हिम्मत एक जेबकतरें को घर दबोचा
लेकिन मंजू ने हिम्मत नहीं हारी उसने जेबकतरों की पीछा किया और एक को मंजू ने लिया तो उसका पॉकेटमार का दूसरा साथी मंजू से हाथापाई करने लगा। एक पॉकेटमार ने उनके हाथ पर चाकू से वार भी किया, लेकिन उनकी पकड़ ढीली नहीं हुई। मंजू की हिम्मत देख कुछ लोगों ने बदमाशों को घेर लिया। पुलिस ने दो पॉकेटमारों को गिरफ्तार कर लिया। घायल मंजू और अमरजीत को अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जहां पर सोमवार को अमरजीत की मौत हो गई। पकड़े गए आरोपी दिल्ली के शहादरा के रहने वाले हैं।