Pollution : दिल्ली में बरस गए बदरा, बूंदा-बांदी से कल मौसम रहेगा साफ, ले सकते हैं चैन की सांस
नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (दिल्ली) में प्रदूषण का स्तर दिनों-दिन बढ़ रहा है। शनिवार सुबह दिल्ली के लोधी रोड एरिया में पीएम 2.5 और पीएम-10 दोनों ही 500 के पैमाने पर पहुंच गए, जो कि 'गंभीर स्थिति' है। एयर क्वालिटी इंडेक्स का जो डाटा जारी हुआ, उसे देख आशंका जताई जाने लगी कि बारिश हो तो ही स्थिति कुछ सुधरेगी। वहीं, मौसम विभाग के दिल्ली केंद्र ने पूर्वानुमान जारी कर बताया कि बारिश होने की संभावना है। दिल्ली प्रादेशिक मौसम विज्ञान केंद्र के एक सीनियर अधिकारी के मुताबिक, संभावित बारिश का असर दिल्ली के प्रदूषण की हालिया स्थिति पर बहुत ही कम पड़ेगा।
आसमान में बादल छाए
Amssdelhi.gov.in की रिपोर्ट में बारिश को लेकर पूर्वानुमान लगाया गया है। रिपोर्ट में बताया गया कि 3 नवंबर को हल्की बारिश हो सकती है, इसलिए आसमान में बादल छाए हुए हैं। वहीं, 2 नवंबर यानी शनिवार को बिजली की गरज के साथ आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे। इसलिए बूंदा-बांदी के भी आसार हैं।
नोएडा में एयर क्वालिटी इंडेक्स-451
वैसे दिल्ली-एनसीआर के ज्यादातर इलाकों में शनिवार सुबह स्मॉग काफी ज्यादा नजर आया। दोपहर बाद इसमें कमी देखी गई। इंदिरापुरम में एयर क्वालिटी इंडेक्स 449 तो वहीं, नोएडा में भी 451 (गंभीर श्रेणी) तक पहुंच गया।
'पराली जलाने की दर में 2 साल में 41% कमी आई'
वहीं, सुप्रीम कोर्ट के एतराज जताने पर केंद्र सरकार की ओर से जवाब दिया गया कि दिल्ली-एनसीआर में वायु की खराब गुणवत्ता पड़ोसी राज्यों में धान की पराली जलाने के कारण है।
पंजाब का योगदान सबसे कम रहा
वन, पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने सुप्रीम कोर्ट में दायर पत्र में कहा कि पिछले दो सालों में पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने की दर में 41 फीसदी तक कमी आई। हालांकि, इसमें पंजाब का योगदान सबसे कम रहा। जिसका बड़ा कारण है कि पराली जलाना।
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