Vikas Gautam IPS नहीं फर्जी अधिकारी, दर्जनों महिलाओं को बनाया शिकार, डॉक्टर के बैंक अकाउंट से हजारों उड़ाए
Vikas Gautam IPS के भेष में लोगों को चूना लगाता रहा, लेकिन अब पता लगा है कि ये इंसान 8वीं क्लास के आगे पढ़ा ही नहीं। जानिए कैसे किया फर्जीवाड़ा
Vikas Gautam IPS के भेष में लोगों को चूना लगाता रहा, लेकिन अब पता लगा है कि ये इंसान 8वीं क्लास के आगे पढ़ा ही नहीं। खुद को भारतीय पुलिस सेवा का अधिकारी यानी आईपीएस विकास गौतम बताने वाला ये इंसान कॉनमैन है। विकास गौतम ने विकास यादव नाम से ट्विटर, इंस्टाग्राम और फेसबुक पर नकली प्रोफाइल बना रखी है। सोशल मीडिया प्रोफाइल प्रामाणिक लगे इसके लिए, विकास गौतम ने एक सरकारी कार के साथ पोज भी दिया। फोटो में लाल बत्ती गाड़ी के साथ दिखा विकास अब तक कई महिलाओं को ठग चुका है।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक विकास ने जिन महिलाओं के साथ ठगी का आरोप स्वीकार किया है, उनमें से एक दिल्ली के संजय गांधी अस्पताल में काम करने वाला डॉक्टर है। दोनों के बीच ऑनलाइन चैट शुरू हुई। कुछ दिनों में भरोसा जीतने के बाद विकास गौतम ने डॉक्टर के बैंक खाते से ₹ 25,000 निकाल लिए। अकाउंट की डिटेल डॉक्टर ने खुद शेयर की थी।
आखिरकार, एक दिन डॉक्टर को पता चला कि उसके साथ धोखाधड़ी हुई है। महिला डॉक्टर ने पुलिस के पास शिकायत की और बताया कि नकली आईपीएस अधिकारी विकास गौतम ने उसे धमकी दी और राजनीतिक संबंधों का धौंस भी दिखाया।
डॉक्टर की शिकायत के आधार पर, पुलिस ने तकनीकी निगरानी शुरू की। जांच के बाद गिरफ्तार विकास गौतम के मामले में पुलिस ने बताया, विकास ने खुद को आईपीएस अधिकारी के रूप में पेश कर कई दर्जन महिलाओं को धोखा दिया है। एनडीटीवी की रिपोर्ट में बताया गया, विकास गौतम मध्य प्रदेश के ग्वालियर के निवासी हैं। दिल्ली के पुलिस अधिकारी हरिंदर सिंह ने बताया आरोपी ने 8वीं कक्षा की पढ़ाई के बाद औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (ITI) में कुछ वेल्डिंग कोर्स किS।
पुलिस ने कहा कि विकास गौतम ने उत्तरी दिल्ली के मुखर्जी नगर के एक रेस्तरां में भी काम किया। जिस इलाके में यह रेस्त्रां है यहां सिविल सेवा परीक्षा की कोचिंग सेंटर्स की भरमार है। विकास छात्रों को सिविल सेवा परीक्षाओं की तैयारी करते देख आईपीएस अधिकारी बनने का सपना देखने लगे। खुद को अधिकारी के रूप में पेश करने का विचार भी आया। पुलिस के अनुसार विकास गौतम का आपराधिक इतिहास रहा है। वह उत्तर प्रदेश और ग्वालियर में धोखा देने के आरोप में जेल में था।