ई-रिक्शाचालक की हत्या पर वैंकेया बोले - वो था स्वच्छ भारत का सिपाही
रवींद्र कुमार की पिटाई इसलिए की गई क्योंकि इसने दो लोगों को खुले में पेशाब करने से मना किया था।
नई दिल्ली। दिल्ली स्थित जीटीबी नगर मेट्रो स्टेशन के पास ई रिक्शा चालक रवींद्र कुमार की हत्या मामले में फिलहाल कोई गिरफ्तारी तो नहीं हुई है लेकिन राजनीतिक लोगों का उनके घर पहुंचने का तांता लगना शुरू हो गया है।
बता दें कि सोमवार को केन्द्रीय शहरी विकास मंत्री वेंकैया नायडू, भारतीय जनता पार्टी के दिल्ली इकाई के अध्यक्ष और सांसद मनोज तिवारी के साथ रवींद्र के घर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने शोकाकुल परिवार को ढ़ांढ़स बंधाया और 50 हजार रुपए की सहायता राशि मृतक के परिजनों को दी।
इसस पहले सोमवार सुबह ही वैंकेया ने ट्वीट कर कहा था कि खुले में शौच करने से रोकने पर 2 लोगों ने ई रिक्शा चालक को पीट कर मार डाला। यह बहुत ही दुखद है। वो स्वच्छ भारत का सिपाही था और उसे प्रोत्साहित कर रहा था।
ये है मामला
इससे पहले रविवार (28 मई) को रवींद्र कुमार ने जीटीबी नगर मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर चार के पास दो युवकों को खुले में पेशाब करने से रोकने की कोशिश की। रवींद्र ने उनसे सुलभ शौचालय जाने के लिए कहा, जो महज पांच मीटर की दूरी पर ही था।
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पुलिस के मुताबिक रवींद्र कुमार की पिटाई इसलिए की गई क्योंकि इसने दो लोगों को खुले में पेशाब करने से मना किया था। इसी बात को लेकर दोनों युवक रवींद्र से भिड़ गए, हालांकि उस समय तो वो वहा से चले गए लेकिन उन्होंने धमकी दी कि उसे सबक जरूर सिखाएंगे। करीब सात घंटे बाद ये युवक वापस लौटे, इस बार उनके साथ करीब 20 और लोग भी थे। उन्होंने ई-रिक्शा ड्राइवर को पकड़ लिया और उसके साथ मारपीट करने लगे।
फिलहाल नहीं हुई कोई गिरफ्तारी
इस मामले में डिप्टी पुलिस कमिश्नर (उत्तर पश्चिम) मिलिंद महादेव डुम्बेरे ने बताया कि अभी जांच की प्रक्रिया चल रही है, इसमें कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।
उन्होंने बताया कि शुरूआती जांच में सभी आरोपी दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्र लग रहे हैं, हालांकि ये साफ नहीं है कि आखिर वो किस कॉलेज में पढ़ रहे हैं। शुरूआती जांच में पता चला है कि ई-रिक्शा ड्राइवर की मौत अंदरूनी चोटों की वजह से हुई है।