दिल्ली वालों के लिए राहत: पंजाब, हरियाणा और यूपी के NCR जिलों में इस साल कम जली पराली
नई दिल्ली, 15 अक्टूबर। सर्दियों में स्मॉग के चलते परेशानी झेलने वाली दिल्ली के लिए इस बार राहत भरी खबर है। दिल्ली से सटे पंजाब, हरियाणा और यूपी के एनसीआर वाले जिलों में पिछले साल की तुलना में इस बार कम पराली जलाने की घटनाएं रिपोर्ट की गई हैं। पर्यावरण मंत्रालय ने बताया है कि पिछले एक महीने में पराली जलाने की 1795 घटनाएं रिपोर्ट की गई हैं जबकि साल 2020 में इसी समय में 4854 घटनाएं सामने आई थीं।
केंद्र के एयर क्वालिटी कमीशन ने कहा है कि इसरो की प्रोटोकॉल रिपोर्ट के मुताबिक पंजाब में पराली जलाने की घटनाओं में 69.49 प्रतिशत की कमी, हरयाणा में 18.28 प्रतिशत की कमी और एनसीआर में आने वाले एनसीआर के 8 जिलों में 47.61 प्रतिशत की कमी आई है।
252
जगहों
पर
लगा
जुर्माना
आयोग
के
मुताबिक
14
अक्टूबर
तक
एक
महीने
की
अवधि
के
दौरान
1795
आग
की
घटनाएं
रिपोर्ट
की
गई
हैं
जबकि
2020
में
इसी
समय
में
4854
मामलों
की
सूचना
मिली
थी।
कानून
लागू
करने
वाली
एजेंसियों
ने
अब
तक
पंजाब,
हरियाणा
और
उत्तर
प्रदेश
के
एनसीआर
में
आने
वाले
जिलों
में
सूचना
मिलने
पर
663
साइट
का
निरीक्षण
किया
है।
रिपोर्ट के मुताबिक पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के जिन 1795 जगहों पर पराली जलाने की जानकारी मिली है उनमें से 663 खेतों तक निरीक्षण एजेंसियों और संबंधित राज्य के अधिकारियों ने किया है। इस दौरान 252 मामलों में जुर्माना भी लगाया गया है।
पंजाब
में
सबसे
ज्यादा
मामले
पंजाब
इस
बार
भी
पराली
जलाने
के
मामले
में
नंबर
वन
है।
हालांकि
राज्य
में
पिछले
साल
4216
के
मुकाबले
आग
लगने
की
बहुत
की
कम
1286
घटनाएं
शामिल
हुई
हैं।
हरियाणा
में
पिछले
साल
596
के
मुकाबले
इस
बार
487
पराली
जलाने
की
घटनाओं
की
सूचना
सामने
आई
है।
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एनसीआर में आने वाले उत्तर प्रदेश के 8 जिलों में इस साल एक महीने में 22 पराली जलाने की घटना सामने आई है जबकि पिछले साल इसी अवधि में 42 मामले सामने आए थे। दिल्ली और राजस्थान के दो एनसीआर जिलों में पराली जलाने का कोई भी मामला सामने आया है।