शाजिया इल्मी ने रीट्वीट किया कुमार विश्वास का 3 साल पुराना ट्वीट, आखिर क्यों?
एक तरफ जहां आम आदमी पार्टी में एमसीडी चुनाव में हार के बाद हाहाकार मचा है, वहीं भाजपा नेता शाजिया इल्मी ने कुमार विश्वास पर एक अलग अंदाज में तंज कसा है।
नई दिल्ली। पहले पंजाब-गोवा और फिर एमसीडी चुनाव में मिली करारी हार के बाद आम आदमी पार्टी में मचा घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है। कुमार विश्वास को मनाने के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया लगातार कोशिश में लगे हैं। इस बीच आप छोड़कर भाजपा में शामिल हुईं शाजिया इल्मी ने कुमार विश्वास के 3 साल पुराने एक ट्वीट को रिट्वीट किया है।
कुमार से वार से ही पलटवार
दरअसल तीन साल पहले जब शाजिया इल्मी आम आदमी पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हुईं थी तो कुमार विश्वास ने ट्वीट किया था, 'धीरज धरम मित्र अरु नारी, आपद काल परखिए चारी'। आप में मचे घमासान के बीच कुमार विश्वास के पार्टी छोड़कर जाने की चर्चाओं के बीच सुमित कुमार नामक ट्विटर यूजर ने इस ट्वीट को रीट्वीट किया है। भाजपा नेता शाजिया इल्मी ने इसी को रीट्वीट किया है।
शाजिया ने रीट्वीट किए दो ट्वीट
सुमित कुमार के ट्वीट का जवाब देते हुए कुमार विश्वास ने लिखा, 'सॉरी सर, पुराने पैंतरे नहीं चलेंगे. सत्यमेव जयते'। इसपर सुमित ने जवाब दिया, 'मतलब पैंतरे तुम्हें तब भी पता थे जब @shaziailmi @_YogendraYadav @pbhushan1 को निकाला था। बोले सिर्फ अपनी बारी में हो। Patriotic???' शाजिया इल्मी ने इस ट्वीट को भी रीट्वीट किया है।
क्या है पूरा विवाद
आपको बता दें कि एमसीडी चुनाव में हार के बाद कुमार विश्वास ने पार्टी के नेतृत्व और रणनीति पर सवाल उठाए थे। कुमार विश्वास ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए अप्रत्यक्ष तौर पर पार्टी में बदलाव की मांग की। इसपर आप विधायक अमानतुल्लाह ने कुमार विश्वास को भाजपा का एजेंट बताते हुए उनपर पार्टी तोड़ने का आरोप लगाया।
अमानतुल्लाह पार्टी से निलंबित
बुधवार को हुई आम आदमी पार्टी की बैठक में विधायक अमानतुल्लाह को पार्टी से निलंबित कर दिया गया। अमानतुल्लाह को पीएसी से पहले ही बाहर कर दिया गया था। वहीं, कुमार विश्वास को राजस्थान प्रभारी के तौर पर नई जिम्मेदारी भी दी गई। एक तरह से देखा जाए तो इस पूरे विवाद में कुमार विश्वास की जीत हुई। ये भी पढ़ें- आप से अमानतुल्ला सस्पेंड, कुमार विश्वास राजस्थान प्रभारी
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