MSP कमेटी पर संयुक्त किसान मोर्चे की दो टूक- नहीं भेजेंगे नाम, सरकार पहले करे हमारा ये काम
नई दिल्ली। सरकार की न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर प्रस्तावित कमेटी के नॉमिनी के लिए संयुक्त किसान मोर्चा ने नाम भेजने से इनकार कर दिया है। संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा है कि, सरकार सही तरीके से बर्ताव नहीं कर रही। हम तब तक नाम नहीं बताएंगे, जब तक कि कमेटी की जानकारी व शर्तें ज्ञात न हों। यानी संयुक्त मोर्चे ने सरकार से और स्पष्टीकरण मांगा है।

एमएसपी कमेटी के नॉमिनीज के लिए नाम भेजने से इनकार करते हुए संयुक्त किसान मोर्चा ने आरोप लगाया कि दो बार पत्र भेजने के बाद भी सरकार उसके सवालों के जवाब नहीं दे रही है। मोर्चे का कहना है कि, हमने सरकार से कमेटी के अध्यक्ष के बारे में जानकारी मांगते हुए पूछा था कि कमेटी के टर्म ऑफ रेफरेंस क्या होंगे, यह क्या काम करेगी, इसमें और कौन सदस्य होंगे? ये भी पूछा था कि कमिटी के सुझाव बाध्यकारी होंगे या नहीं। मगर, सरकार ने हमें ये सब अभी तक नहीं बताया है।

संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से बताया गया कि कृषि सचिव संजय अग्रवाल की तरफ से 22 मार्च को SKM समन्वय कमेटी के सदस्य युद्धवीर सिंह के पास फोन आया था, जिसमें उन्होंने केंद्र सरकार की तरफ से गठित की जाने वाली कमेटी के लिए दो-तीन नाम मांगे थे। हालांकि इस बातचीत से कमेटी को लेकर कई सवालों के जवाब साफ नहीं हो पाए। इसके बाद संयुक्त मोर्चा की तरफ से सरकार को 24 मार्च को ईमेल भेजकर स्थिति स्पष्ट करने के लिए कहा गया। फिर 30 मार्च को रिमाइंड कराया गया। उसके बाद भी सरकार से कोई जवाब नहीं मिला। लिहाजा मोर्चा भी सख्त हो गया।