NGMA की सराहनीय पहल, प्रधानमंत्री को मिले उपहार, सांकेतिक भाषा में देख, समझ सकेंगे दिव्यांग
पहले ही दिन बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं व अन्य दिव्यांग जन शामिल हुए। और पीएम मोदी को मिले गिफ्ट्स के ऑक्शन के लिए लगी प्रदर्शनी का अवलोकन किया। यह अनुभव उन सभी मासूमों के लिए पहला और बिल्कुल अलग था।
नई
दिल्ली,
24
सितंबर
2022।
दिल्ली
के
नेशनल
गैलरी
ऑफ
मॉडर्न
आर्ट
(NGMA)
में
प्रधानमंत्री
नरेंद्र
मोदी
को
देश
और
दुनिया
से
मिले
उपहारों
की
नीलामी
के
लिए
लगातार
चौथी
बार
प्रदर्शनी
लगाई
गई
है।
लेकिन
इस
बार
की
प्रदर्शनी
पिछली
तीन
वर्षों
से
कुछ
अलग
है,
क्योंकि
इस
बार
एनजीएमए
ने
दिव्यांगों
के
लिए
सांकेतिक
भाषा
में
प्रदर्शनी
देखने
की
सराहनीय
पहल
की
है।
इसकी
शुरुआत
नेशनल
गैलरी
ऑफ
मॉडर्न
आर्ट
ने
अंतरराष्ट्रीय
सांकेतिक
भाषा
दिवस
के
अवसर
पर
की,
और
इस
दिन
को
खास
बनाते
हुए
दिव्यांगों
के
लिए
कई
मनोहारी
कार्यक्रम
आयोजित
किए।
फिजिकली
डिसेबल्ड
लोगों
के
लिए
आयोजित
इस
कार्यक्रम
में
म्यूजिकल
परफार्मेंस
के
अलावा
पपेट
शो,
मैजिक
शो
का
भी
आयोजन
किया
गया।
पहले ही दिन बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं व अन्य दिव्यांग जन शामिल हुए। और पीएम मोदी को मिले गिफ्ट्स के ऑक्शन के लिए लगी प्रदर्शनी का अवलोकन किया। यह अनुभव उन सभी मासूमों के लिए पहला और बिल्कुल अलग था। जब बच्चों ने पीएम को मिले उपहारों को साइन लैग्वेज में और अपने हाथों से छूकर उन्हें महसूस किया और उनसे जुड़ी जानकारी हासिल की। इन दिव्यांग बच्चों के साथ आए उनके शिक्षकों ने बताया कि इस दिन को ये बच्चे शायद ही कभी भुला पाएं कि उनको अपने प्रिय प्रधानमंत्री को मिले विशेष उपहारों के बारे में जानने और उन्हंप महसूस करने का अवसर मिला। यह दिन उनके लिए सदा के लिए यादगार बन गया है।
नेशनल गैलरी ऑफ मॉडर्न आर्ट की निदेशक टेम्सुनारो जमीर ने बताया सभी वर्गों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए यहां कई तरह के रचनात्मक कार्यक्रमों के आयोजन की शुरूआत की गई है। अंतरराष्ट्रीय सांकेतिक भाषा दिवस पर हमने मूक-बधिरों के लिए सांकेतिक भाषा में एक स्पेशल टूर्स प्रोग्राम डिजाइन किया था। इसके अलावा यहां ऑडियो गाइड ऐप के साथ साथ ब्रेल में यहां की चुनिंदा चीजों की एक सूची भी रिलीज की है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को मिले उपहारों को देखने का अधिकार सबको है और किसी भी कुदरती कमी के कारण उन्हें इससे वंचित नहीं रखा जा सकता। इसी को ध्यान में रखते हुए एनजीएमए ने यह शुरुआत की है कि उन्हें कभी इस बात का अहसास ना हो कि वो किसी भी तरह से किसी से कम है।
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समाज के इस वर्ग के लिए इस कार्यक्रम के माध्यम से एक सामाजिक सेतू का काम किया जा रहा है। एनजीएमए सभी वर्गों के लिए एक लोकतांत्रिक स्थान है जहां हर किसी की पहुंच बराबर है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के मोमेंटम्स के ऑक्शन के लिए लगाई गई प्रदर्शनी का चौथा संस्करण इस बार शुरू है। इसमें सबकी व्यापक भागीदारी भी आज जैसे कार्यक्रमों के आयोजन से सुनिश्चित हो रही है। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी विचारों को साकार करने के लिए सभी समुदायों को बड़ी संख्या में भाग लेने में सक्षम बनाने के लिए यह बड़ी पहल है।
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आपको बता दें कि यह प्रदर्शनी 17 सितंबर यानी पीएम मोदी के जन्मदिन से शुरू हुई थी और 2 अक्टूबर यानी गांधी जयंती तक चलेगी। इस नीलामी से प्राप्त होने वाली राशि को भारत सरकार द्वारा गंगा की सफाई के लिए चलाए जा रहे कार्यक्रम 'नमामि गंगे' में लगाया जायेगा। इसमें 100 रुपये से लेकर 10 लाख तक के बेस प्राइस वाले 1200 से ज्यादा सामानों को दर्शाया गया है।
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