लॉकडाउन के चलते दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर लगी हजारों की भीड़, समझाने पहुंचे मनीष सिसोदिया
दिल्ली। लॉकडाउन का आज चौथा दिन है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की बार-बार अपील के बावजूद दिल्ली में रहने वाले अन्य प्रदेशों के लोगों का पलायन जारी है। इस बीच दिल्ली-यूपी सीमा के पास गाजीपुर से एक ऐसी तस्वीरें सामने आयी है जो लोगों को विचलित कर सकती है। दरअसल बड़ी संख्या में लोग पैदल ही पलायन कर रहे हैं। ऐसे में कोरोना को फैलने से रोकने के लिए सोशल डिस्टैंसिंग का फॉर्म्युला फेल होता नजर आ रहा है।
Recommended Video
गाजीपुर
बॉर्डर
पर
लगी
भारी
भीड़
राज्य
सरकारों
ने
पहले
कहा
था
कि
जो
लोग
जहां
हैं
वहीं
रुकें
और
उनकी
देखभाल
का
इंतजाम
किया
जाएगा,
लेकिन
स्थिति
नहीं
संभली
तो
सरकारों
ने
विकल्प
के
बारे
में
सोचना
शुरू
कर
दिया
है।
बता
दें
कि
शनिवार
को
दिल्ली
के
गाजीपुर
में
पलायन
कर
रहे
लोगों
की
भीड़
जमा
हो
गई
है।
दिल्ली-यूपी
बॉर्डर
पर
बैरिकेडिंग
सख्त
होने
के
चलते
लोग
बॉडर
पर
ही
खड़े
हैं
और
अपने
घरों
की
ओर
जाने
का
इंतजार
कर
रहे
हैं।
वहीं,
दिल्ली
पुलिस
के
कुछ
जवान
इन्हें
लगातार
समझा
रहे
हैं,
लेकिन
मजदूर
गुजरते
वक्त
के
साथ
व्यग्र
हो
रहे
हैं।
ऐसे
में
दिल्ली
के
उपमुख्यमंत्री
मनीष
सिसोदिया
वहां
पहुंचे
और
उन्होंने
आश्वासन
दिया
कि
वह
डीटीसी
बसों
का
इंतजाम
करेंगे।
स्कूलों
को
बनाया
जाएगा
रैन
बसेरा
सिसोदिया
ने
कहा,
'मैंने
लोगों
से
अपील
की
है
कि
वे
दिल्ली
में
ही
रुकें
लेकिन
कुछ
डीटीसी
बसों
का
भी
प्रबंध
किया
है।'
उन्होंने
कहा
कि
दिल्ली
के
568
स्कूलों
में
खाना
खिलाया
जा
रहा
है,
लोग
जाकर
खा
सकते
हैं।
अगर
किसी
को
रुकने
में
दिक्कत
है
तो
नाइट
शेल्टर
के
अलावा
स्कूलों
में
रुक
सकते
हैं।
कई
स्कूलों
को
नाइट
शेल्टर
में
बदला
जाएगा।
योगी
सरकार
ने
की
1000
बसों
की
व्यवस्था
इसस
पहले
उत्तर
प्रदेश
की
योगी
आदित्यनाथ
सरकार
ने
दिल्ली-राजस्थान
और
हरियाणा
आदि
से
यूपी
और
बिहार
जाने
वाले
मजदूरों
को
उनके
घरों
तक
पहुंचाने
के
लिए
एक
हजार
बसों
की
व्यवस्था
की
है।
इस
सूचना
के
बाद
लोग
दिल्ली-उत्तर
प्रदेश
बॉर्डर
पर
बड़ी
संख्या
में
जमा
हो
गए।
गाजियाबाद-कौशांबी
बॉर्डर
पर
भी
हजारों
की
संख्या
में
लोग
बसों
का
इंतजार
कर
रहे
हैं।
उत्तर
प्रदेश
सरकार
ने
कुछ
बसों
का
प्रबंध
किया
है
जो
कि
गोरखपुर,
लखनऊ,
एटा,
इटावा,
मैनपुरी,
सहित
कई
जिलों
में
जाएंगी।