दिल्ली: स्वास्थ्य मंत्री से मुलाकात के बाद रेजिडेंट डॉक्टरों ने अस्थाई रूप से खत्म की हड़ताल
नई दिल्ली, 09 दिसंबर। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में गुरुवार को पिछले कई दिनों से जारी रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल खत्म हो गई। हालांकि विरोध प्रदर्शन पर लगी ये रोक अस्थाई है, फेडरेशन ऑफ रेजीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (फोर्डा) के अध्यक्ष डॉ. मनीष के मुताबिक केंद्र सरकार की तरफ से मिले आश्वासन के मुताबिक काम नहीं किया गया तो हड़ताल फिर से शुरू हो सकती है। बता दें कि बुधवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया के साथ हुई बैठक के बाद डॉक्टरों ने हड़ताल खत्म करने का ऐलान किया है।
फेडरेशन ऑफ रेजीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (फोर्डा) के अध्यक्ष डॉ. मनीष ने मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा, 'कल हमने स्वास्थ्य मंत्री (डॉ. मनसुख मांडविया) के साथ बैठक की। उनसे हमें सकारात्मक आश्वासन मिले हैं। हमने एक हफ्ते के लिए हड़ताल रोकने का निर्णय लिया है। एक हफ्ते बाद अगर कुछ नहीं किया जाएगा तो हम फिर से हड़ताल शुरू करेंगे।' बता दें कि अपनी मांगो को लेकर दिल्ली के सफदरजंग, आरएमएल और लेडी हार्डिंग के डॉक्टरों समेत एलएनजेपी, जीबी पंत सुपर स्पेशिएलिटी, मौलाना आजाद डेंटल कॉलेज, गुरु नानक आई सेंटर और जीटीबी अस्पताल के डॉक्टर भी हड़ताल पर हैं।
We had a meeting with the Health Minister yesterday wherein he gave us positive assurances. So, we've decided to suspend the protest for 1 week. We will start the protest again if no concrete steps are taken:Dr. Manish, President, Federation of Resident Doctors Association(FORDA) pic.twitter.com/BfurL4v8es
— ANI (@ANI) December 9, 2021
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हालांकि एक सप्ताह के लिए हड़ताल बंद होने से मरीजों को राहत मिलेगी, डॉक्टरों की स्ट्राइक के चलते कई ऐसे मामले सामने आए जहां मरीज को इलाज नहीं मिल सका। मरीज इलाज के लिए तड़प रहे हैं या दर-दर भटक रहे हैं लेकिन डॉक्टरों ने साफ कह दिया है। डॉक्टरों का कहना था जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं हो जाती वह मरीज को हाथ नहीं लगाएंगे। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री संग बैठर में हड़ताल कर रहे डॉक्टरों को भरोसा दिलाया गया है कि जल्द से जल्द सरकार काउंसलिंग करेगी।