नांगलोई में भी हजारों की संख्या में इकट्ठा हुए किसान, जॉइंट सीपी शालिनी सिंह ने की शांति बनाए रखने की अपील
नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में किसान आंदोलन के नाम पर प्रदर्शनकारियों ने जो उत्पात मचाया गया है, उसने पुलिसवालों के पसीने छुड़ा दिए हैं। गणतंत्र दिवस के दिन किसानों की ट्रैक्टर रैली प्रस्तावित थी, जिसका रूट किसान संगठन और दिल्ली पुलिस की सहमति से तय कर दिया गया था, लेकिन उस रूट पर ट्रैक्टर रैली नहीं निकाली गई। प्रदर्शनकारियों ने आईटीओ पर उत्पात मचाया है और लाल किला परिसर में घुसकर उसकी प्राचीर से तिरंगा भी उतार दिया। कुछ ऐसे ही हिंसक हालात टिकरी बॉर्डर पर भी नजर आए, जिसे काबू करने के लिए पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। यहां नांगलोई इलाके में हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी इकट्ठा हो गए हैं।
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पुलिसकर्मियों पर किए जा रहे हैं हमले- शालिनी सिंह
दिल्ली पुलिस की जॉइंट सीपी शालिनी सिंह ने बताया है कि नांगलोई में सुबह से ही हमने किसानों से उनके प्रस्तावित रूट से जाने की अपील की थी, लेकिन उनमें से कुछ प्रदर्शनकारियों ने पुलिस बैरिकेडिंग को तोड़ दिया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने पुलिसकर्मियों पर भी हमले किए हैं। शालिनी सिंह ने कहा कि हम ऐसे में किसान संगठनों से ये अपील करते हैं कि वो शांति बनाए रखें, ये गणतंत्र दिवस का शांतिपूर्ण प्रदर्शन नहीं हो सकता।
Since morning we had been appealing to farmers to go by pre-approved route but some of them broke police barricades, attacked police personnel. Appeal to farmer unions to help maintain peace. This isn't a peaceful protest on Republic Day: Shalini Singh, Jt CP, in Nangloi, Delhi pic.twitter.com/zVIw2CaQGB
— ANI (@ANI) January 26, 2021
ये था किसानों की ट्रैक्टर रैली का प्रस्तावित रूट
आपको बता दें कि किसानों की प्रस्तावित ट्रैक्टर रैली के पहले रूट में सिंघु बॉर्डर से संजय गांधी ट्रांसपोर्ट होते हुए कंझावला, बवाना और चंडी बॉर्डर को पार कर KMP हाईवे तक रैली जानी थी। ये पूरा रूट 62 से 63 किलोमीटर का था। दूसरे रूट में टिकरी बॉर्डर से नांगलोई, नजफगढ़ और झड़ौदा होते हुए KMP हाईवे तक और तीसरे रूट में गाजीपुर से अप्सरा बॉर्डर, हापुड़ रोड से केजीटी एक्सप्रेस वे तक।