फांसी की भनक लगी तो निर्भया के दरिंदों का ठनकने लगा माथा, खाने में घी-अचार खाना किया बंद
नई दिल्ली. राजधानी दिल्ली में दिसंबर 2012 में सामूहिक दुष्कर्म एवं हत्या की वारदात को अंजाम देने वाले चारों दरिंदे अब तनाव में हैं। वे जेल में बंद हैं। उन्हें फांसी की सजा सुनाई गई थी और अगले कुछ दिनों में ही यह सजा अमल में लाई जा सकती है। ऐसे में फांसी लगाए जाने के डर से चारों दरिंदों का माथा ठनकने लगा है। उनमें से एक ने तो खाना भी कम कर दिया है। जो घी और आचार वे अब तक खा रहे थे, रोटी के साथ अब नहीं ले रहे। उन्हें भूख कम लगने की बात भी कही जा रही है। बीते हफ्तेभर में इन कैदियों का वजन कई किलो तक घटा है। जेल प्रशासन से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, गुरुवार से चारों कैदियों की दिन में डॉक्टरी जांच हो रही हैं।
इन दरिंदों को होनी है फांसी
निर्भया केस में कुल 6 दोषी थे। जिनमें एक ने तिहाड़ जेल में पहले ही फंदा लगाकर जान दे दी थी, जबकि एक को नाबालिग होने के एवज में दूसरे तरह की सजा दी गई। बाकी 4 दरिंदों को कोर्ट में फांसी की सजा सुनाई गई। ये चार दरिंदे हैं- अक्षय, मुकेश, पवन और विनय शर्मा।
सारे कानूनी विकल्प इस्तेमाल कर चुके
अब इन चारों के चेहरे पर खौफ देखा जा रहा है, जिसकी वजह है फांसी चढ़ाए जाने की चर्चा शुरू होना। ऐसी चर्चा हैं कि उन्हें जल्द ही फांसी दी जा सकती है। बता दें कि, पिछले महीने तिहाड़ जेल प्रशासन ने चारों दोषियों को दया याचिका दायर करने को लेकर नोटिस दिया था, क्योंकि इन्होंने सारे कानूनी विकल्प इस्तेमाल कर लिए थे।
क्या-क्या काम करते थे वो चारों दरिंदे
चारों दोषी पहले ऐसा काम करते थे। बस में उन्होंने एक युवक-युवती को पकड़कर दरिंदगी की थी।
पांच दिन से काम पर नहीं जा रहे
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जेल में वे दरिंदे पांच दिन से काम पर भी नहीं जा रहे। अक्षय, मुकेश और पवन एक ही सेल में बंद हैं जबकि विनय की तबियत खराब बताई जा रही है। विनय वही है, जिसकी दया याचिका राष्ट्रपति के पास भेजी गई थी। हालांकि, बाद में याचिका वापस ले ली गई।
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