दिल्ली बॉर्डर: गुरुग्राम बॉर्डर पर लगा लंबा जाम, दिल्ली जाने वालों के लिए जरूरी खबर
दिल्ली। लॉकडाउन 5.0 में लोगों को तमाम तरह की राहते अनलॉक 1.0 के साथ मिलनी शुरू हो गई है। लेकिन दिल्ली आने-जाने वालों के लिए परेशानी कम नहीं हुई हैं। बुधवार की सुबह दिल्ली-गुरुग्राम बॉर्डर पर एक बार फिर से ट्रैफिक जाम लग गया है। सड़क पर गाड़ियों रेंग-रेंग कर चलने लगी हैं। ऐसे में यात्रियों को काफी परेशानी हो रही है। बता दें कि सिर्फ जरुरी सेवाओं से जुड़े या मूवमेंट पास वाले लोगों को ही दिल्ली जाने दिया जा रहा है।
8 जून तक रहेंगे दिल्ली के सभी बॉर्डर सील
दरअसल, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल सोमवार को लॉकडाउन 5.0 के तहत राजधानी दिल्ली को लेकर नई गाइडलाइन जारी की थी। केजरीवाल ने दिल्ली में कोरोना वायरस के मामलों में बढ़ोतरी का हवाला देते हुए घोषणा की थी कि 8 जून तक दिल्ली के सभी बॉर्डर सील रहेंगे। वहीं, सरकार ने यह भी कहा था कि दिल्ली में बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों के लिए ई-पास अनिवार्य होग। बिना ई-पास के लोगों को राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। जिसके चलते दिल्ली के यूपी और हरियाणा बॉर्डर पर चेकिंग और भी सख्त कर दी गई। इसके बाद रोज दिल्ली- गुरुग्राम बॉर्डर पर जाम लग रहा है।
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इस बात का रखे जरूर ध्यान
नोएडा, गाजियाबाद, गुड़गांव और फरीदाबाद से अगर कोई दिल्ली जाना चाहता है तो इस बात का ध्यान जरुर रखे कि दिल्ली सरकार ने भी बॉर्डर सील तक दिए हैं यानी आपकी एंट्री आसान नहीं होगी। सिर्फ आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोग, सरकारी कर्मचारी और जिनके पास पास होगा, उन्हें आवाजाही की अनुमति होगी। मतलब यह, नोएडा, गाजियाबाद, गुड़गांव, फरीदाबाद जैसे एनसीआर के शहरों से दिल्ली में आम लोगों को अभी एंट्री नहीं मिलेगी। इस वजह से दिल्ली-गुड़गांव बॉर्डर पर फिर से वाहनों का जमावड़ा लग गया है। बड़ी संख्या में गुड़गांव से दिल्ली काम पर जाने वाले लोग बॉर्डर के दूसरी तरफ खड़े रहे।
गुड़गांव में फिलहाल किन्हें एंट्री
प्रदेश सरकार ने दिल्ली में बढ़ते मामलों को देखते हुए एक मई को बॉर्डर सील कर दिए थे। शुरुआत में केवल केंद्रीय मंत्रालय से जुड़े अधिकारियों और कर्मचारियों को एंट्री दी गई। इसके बाद गृह मंत्रालय के आदेश पर डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ, प्राइवेट हॉस्पिटल व लैब से जुड़े कर्मचारियों को एंट्री मिली। मई के दूसरे सप्ताह में दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश के बाद फायर, फूड सप्लाई, गैस एजेंसी, सब्जी-फल, दूध, दवा आदि जरूरी सेवाओं से जुड़े वाहनों को एंट्री दी गई।
अब 14 के बजाय 10 दिन में डिस्चार्ज होंगे मरीज
केंद्र की गाइडलाइंस के मुताबिक, कोरोना मरीजों को 3 दिन बुखार न आने के बाद डिस्चार्ज किया जा सकता है। पहले 14 दिन अस्पताल में रखने का प्रावधान था। अब प्रदेश सरकार ने केंद्रीय गाइडलाइन के अनुसार, 10 दिन में मरीज को डिस्चार्ज करने का फैसला लिया है। इनका दूसरा सैंपल 7वें दिन लेंगे, ताकि दो दिन में रिपोर्ट आने पर 10वें दिन डिस्चार्ज किया जा सके।
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