मर्डर की कॉल से पहले ही हो गया हत्या का खुलासा, कैसे मिली दिल्ली पुलिस को ये कामयाबी
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली के छावला थाना इलाके में हुई एक हत्या के मामले में पुलिस ने एक आरोपी दबोच लिया है। पुलिस को यह कामयाबी तब मिली, जब रास्ते में वह गश्ती करते सिपाहियों को दिखा। उसके खून से सने कपड़े देखकर सिपाहियों को शक हुआ और उसे पकड़ लिया। उसके बाद सख्ती से पूछताछ की तो उसने हत्या की वारदात कुबूल ली।
संवाददाता ने बताया कि, इस मामले में खास बात यह है की जिस हत्या का खुलासा पुलिस ने किया, उसकी कोई पुलिस कॉल तक नही थी और न ही किसी को उसकी जानकारी ही थी। डीसीपी द्वारका एन्टो अलफोंस के अनुसार कॉन्स्टेबल रामस्वरूप और कांस्टेबल जितेंद्र जब छावला नाले के पास पेट्रोलिंग कर रहे थे, उसी दौरान उनकी नजर एक व्यक्ति पर पड़ी। जो संदिग्ध हालत में पुलिस को नजर आया और नाला के साथ साथ पैदल जा रहा था।
जब पुलिस ने उसके पास जाकर देखा तो उसके कपड़े पर खून के धब्बे लगे हुए थे। पुलिस का शक बढ़ गया और जब उससे गहनता से पूछताछ की तो उसने फिर यह का कर उसने पुलिस को चौंका दिया कि उसने एक व्यक्ति की हत्या की है और वह जा रहा है। यह बात सुनते ही पुलिस टीम ने उसे तुरंत पकड़ लिया और फिर उसके बताए हुए ठिकाने पर एसएचओ छावला ज्ञानेंद्र राणा की टीम पहुंची, तो एक खाली प्लॉट से डेड बॉडी को बरामद किया। आगे की छानबीन में मृतक की पहचान भूपेंद्र के रूप में हुई।
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आरोपी नीतू से पूछताछ में पता चला कि ये दोनों गोयला विहार के एक कमरे में रहते थे। किसी बात को लेकर दोनों में झगड़ा हुआ तो भूपेंद्र ने गलत शब्द का प्रयोग किया। जिससे नीतू ने गुस्से में आकर लोहे की रॉड से उसके सिर पर वार कर दिया और उसकी हत्या कर दी। उसके बाद उसकी बॉडी को बगल के खाली प्लॉट में कूड़े के अन्दर डाल कर भागने की कोशिश की, लेकिन पेट्रोलिंग टीम ने इस मामले का खुलासा कर दिया। आरोपी नीतू उत्तर प्रदेश के बांदा का रहने वाला है। पुलिस टीम ने लोहे की रॉड भी बरामद कर ली जिससे हत्या की गई थी।