AAP नेता दुर्गेश पाठक का बयान, BJP ने 15 साल से MCD को बनाया हुआ है लूट का कारखाना
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में MCD में काबिज बीजेपी इन दिनों आम आदमी पार्टी के जबरदस्त निशाने पर है। MCD की सत्ता के लिए आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। सोमवार को AAP के वरिष्ठ नेता दुर्गेश पाठक ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि MCD में अभी बीजेपी का एक साल का कार्यकाल बचा है और इस एक साल में एमसीडी को पूरी तरह से लूट कर खत्म कर दिया जाएगा। दुर्गेश पाठक ने कहा कि नॉर्थ एमसीडी एरिया में कूड़े के ढेर पड़े हुए हैं और बीजेपी सफाई कर्मचारियों को उनका वेतन देने के बजाए केजरीवाल सरकार का दिया हुआ 938 करोड़ रुपए अपने ही पार्षदों में बांटने की तैयारी में है। आपको बता दें कि दिल्ली सरकार ने एमसीडी कर्मचारियों को वेतन देने के लिए 938 करोड़ रुपए दिए हैं, लेकिन भाजपा कर्मचारियों को वेतन देने के बजाय पार्षदों का फंड बढ़ा कर 1.5 करोड़ रुपए करने में लगी हुई है।
बचे हुए एक साल के कार्यकाल में खूब लूट करेगी बीजेपी- दुर्गेश पाठक
दुर्गेश पाठक ने कहा कि भाजपा को पता है कि दिल्ली की जनता आगामी एमसीडी चुनाव में उसे एमसीडी की सत्ता से बाहर कर देगी, इसीलिए भाजपा इस पैसे को अपने पार्षदों में बांटने की कोशिश में है। उन्होंने कहा कि एमसीडी का कार्यकाल एक साल और बचा है। भाजपा नेता इस एक साल में एमसीडी को पूरी तरफ से लूट कर खत्म कर देना चाहते हैं। उन्होंने भाजपा शासित एमसीडी से कर्मचारियों का रूका हुआ वेतन शीघ्र जारी करने की मांग करते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी, दिल्ली सरकार से मिले पैसे को पार्षदों में बांटने की भाजपा की रणनीति का कड़ा विरोध करती है।
दिल्ली के अंदर जगह-जगह लगे हैं कूड़े के ढेर- दुर्गेश पाठक
दुर्गेश पाठक ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने पिछले 15 सालों से एमसीडी को अपने भ्रष्टाचार का कारखाना बनाया हुआ है। दुर्गेश पाठक ने कहा कि पूरी दिल्ली कूड़े की समस्या से जूझ रही है, लेकिन नॉर्थ एमसीडी एरिया में रहने वाले दिल्ली के लोग पिछले 15-20 दिनों से बहुत बुरे हाल में हैं। पूरी दिल्ली के अंदर, पूरी नॉर्थ एमसीडी के अंदर आज किसी भी चैराहे या गली में चले जाएं, वहां कूड़े के अंबार लगे हुए हैं। हर तरफ सिर्फ और सिर्फ कूड़ा है। उसका एक ही कारण है कि सफाई कर्मचारी पिछले कई दिनों से हड़ताल पर हैं। उनके हड़ताल पर जाने का कारण यह है कि उन्हें कई महीनों से तनख्वाह नहीं दी जा रही है। एमसीडी ने पिछले 5 महीनों से उन्हें वेतन नहीं दिया है, जिसके कारण उनका घर नहीं चल पा रहा है। वे अपने बच्चों की फीस जमा नहीं पा रहे हैं और जो लोग किराए पर रहते हैं, उनके मकान मालिक उनसे घर खाली करने के लिए कह रहे हैं।