चमोली: साहस और सूझ-बूझ के लिए हवलदार लक्ष्मण सिंह को मिलेगा 'वीरता' सम्मान
चमोली। चमोली जिले के चिरोंग गांव के हवलदार लक्ष्मण सिंह को उनके अदम्य साहस और सूझ-बूझ के लिए 23 फरवरी को सेना मेडल वीरता के पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। हवलदार लक्ष्मण सिंह ने अगस्त 2017 को ऑपरेशन फतह के दौरान अत्यंत अनुशासनात्मक रणकौशल दिखाते हुए जम्मू-कश्मीर के बारामुला जिले में सटीक फायर करते हुए दुश्मन के पोस्ट कमांडर को मार गिराया।
28 घंटे तक नियंत्रण रेखा के पास तैनात थे
पाकिस्तान की ओर से संघर्ष विराम उल्लंघन के दौरान हवालदार लक्ष्मण सिंह खतरनाक माइन फिल्ड के पास दुश्मन के घुसपैठ को नाकाम करने के लिए 28 घंटे तक नियंत्रण रेखा के पास तैनात थे। अगस्त 2017 को दुश्मन के जयश्री दक्षिणी पोस्ट से अपनी फतेह पोस्ट पर अचानक फायरींग होने लगी। हवालदार लक्ष्मण सिंह ने दुश्मन पोस्ट के कमांडर को निशाना बनाते हुए मार गिराया।
जान की परवाह किए बिना दुश्मन की टुकड़ी को व्यस्त रखा
माइन फिल्ड के खतरे को ध्यान में रखते हुए अपनी जान की परवाह किए बगैर उत्तम रणकौशल करके दुश्मन की एक टुकड़ी को व्यस्त रखा। खतरनाक परिस्थितयों में अपने साहस और कौशल से धैर्य के साथ विशिष्ट बहादुरी की। इसके लिए हवलदार लक्ष्मण सिंह को सेना मेडल (वीरता) पुरस्कार, लेफ्टिनेंट जनरल चेरिश मैथसन, जनरल अफसर कमांडिंग-इन-चीफ, सप्त शक्ति कमान की ओर से सम्मानित किया जाएगा।
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