दरांती उठाकर महिलाओं संग खेत में डीएम वंदना सिंह काटने लगीं धान, देख हैरत में पड़े लोग
रुद्रप्रयाग। आईएएस अधिकारी और रुद्रप्रयाग जिले की जिलाधिकारी वंदना सिंह ने लोगों को उस वक्त हैरत में डाल दिया, जब वो खुद दरांती उठाकर महिलाओं के साथ खेतों में काम करने लगी। इस दौरान डीएम वंदना सिंह ने महिला किसानों के साथ धान की फसल की कटाई की। तो वहीं, डीएम द्वारा धान की फसल कटाई की तस्वीरें अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। आपको बता दें कि डीएम के इस कदम की इलाके में हर तरफ चर्चा है तो लोगों में काफी खुशी और उत्साह भी देखने को मिला।
मानक पैदावार का आकलन करने पहुंची थी
वंदना सिंह तेजतर्रार जिलाधिकारी हैं और कुछ समय पहले ही उनका स्थानंतरण रुद्रप्रयाग जिले में जिलाधिकारी के तौर पर हुआ है। इससे पहले वो पिथौरागढ़ जिले में सीडीओ के पद पर थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, डीएम वंदना सिंह मंगलवार (8 सितंबर) को अगस्त्यमुनि ब्लॉक के गडमिल गांव पहुंची। वो यहां खेतों की मानक पैदावार के आकलन के लिए पहुंची थीं। इस दौरान महिलाओं को देख वे भी उनके साथ काम करने लगीं। इस दौरान उन्होंने न सिर्फ गांव के खेतों का जायजा लिया बल्कि महिलाओं के साथ मिलकर खेत से फसल भी काटना सीखा।
किसानें से जानी उनकी समस्याएं
इस अवसर पर 30 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में धान की कटाई व मंडाई की गई, जिसमें पांच किलो से अधिक धान का उत्पादन हुआ। डीएम ने कहा कि फसल कटाई का यह प्रयोग रबी व खरीफ की फसल की कटाई से पूर्व किया जाता है। कहा कि इस प्रयोग से जिले में हो रहे उत्पादन की जानकारी मिलती है। साथ ही औसत पैदावार की गणना व नुकसान या फसल खराब होने के आकलन के लिए फसल कटाई की जाती है। गांव का जायजा लेने के दौरान उन्होंने किसानों से बात कर उनकी समस्याएं भी जानी।
अखरोट उत्पादन बनेगा ग्रामीण आर्थिकी को संवारने का बड़ा जरिया
कोशिशें परवान चढ़ी तो निकट भविष्य में अखरोट उत्पादन उत्तराखंड में ग्रामीण आर्थिकी को संवारने का बड़ा जरिया बनेगा। सूबे में अखरोट उत्पादन की अपार संभावनाओं को देखते हुए सरकार इसके लिए तेजी से कदम बढ़ा रही है। इस कड़ी में जापान इंटरनेशनल को-ऑपरेशन एजेंसी (जायका) से वित्त पोषित एकीकृत कृषि बागवानी योजना के तहत टिहरी जिले के मगरा फार्म को अखरोट का सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के तौर पर विकसित करने की तैयारी है।
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