बहन की लाश को दफनाने के लिए कब्र खोद रहा था भाई, तभी आ गया हाथियों का झुंड और...
हरिद्वार। उत्तराखंड में जंगल में दो दिन पहले 10 मई को श्यामपुर पुलिस ने एक युवती का शव बरामद किया था। शव कंबल में लिपटा था, उसके हाथ में पट्टी बंधी हुई थी। ग्लूकोज वाली सुई भी हाथ पर लगी हुई थी। पुलिस उसके बारे में जानकारी जुटाने में लगी थी। मृतका की पहचान ज्योति निवासी गांव कोटा वाली के रूप में हुई। इसके बाद पुलिस युवती के भाई तक पहुंची और मामले का खुलासा हो सका। दरअसल, भाई जंगल में अपनी बहन का शव दफनाने की तैयारी कर रहा था, इसी दौरान उसकी ओर एक हाथी दौड़ता आने लगा। वह हाथी के डर से बहन का शव वहीं पर छोड़ कर भाग निकला।
क्या है पूरा मामला
श्यामनगर पुलिस ने रविवार को कंबल में लिपटा हुआ एक युवती का शव बरामद किया था। युवती की उम्र करीब 25 साल थी। मृतका की पहचान ज्योति निवासी गांव कोटा वाली के रूप में हुई। पुलिस जब गांव पहुंची तो वहां पर ज्योति के घर ताला लटका मिला। पुलिस ने जांच की तो पता चला कि ज्योति एम्स में भर्ती थी। 8 मई को उसका भाई उसे डिस्चार्ज कराकर गांव लौट रहा था। इसके बाद सोमवार को पुलिस उसके भाई तक पहुंची।
एम्स ऋषिकेश से डिस्चार्ज कराया, रास्ते में हुई मौत
पूछताछ में ज्योति के भाई ने बताया कि वह अपनी बहन को एम्स ऋषिकेश से डिस्चार्ज करा कर वापस लौट रहा था, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। इसके बाद वह डर गया और उसके मन में तरह-तरह के सवाल उठने लगे। ऋषिकेश एम्स में कई लोगों को कोरोना वायरस का संक्रमण भी हो चुका है, इसलिए उसने शव को वहीं दफनाने का फैसला लिया।
शव दफनाने के लिए गड्डा खोद रहा था, तभी...
भाई ने बताया कि वह शव दफनाने के लिए गड्डा खोद रहा था, तभी उसके सामने कई हाथी आ गए। हाथियों को देखकर वह दहशत में आ गया और शव को वहीं छोड़कर भाग गया। इसके बाद डर की वजह से वह दोबारा मौके पर नहीं गया। पुलिस ने बताया कि युवती के शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। पोस्टमार्टम के बाद मौत की वजह स्पष्ट हो पाएगी।
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