क्या छत्तीसगढ़ से राज्यसभा जाएंगी प्रियंका गांधी? चरणदास महंत ने त्याग दी अपनी आखिरी इच्छा !
रायपुर, 25 मई। वरिष्ठ कांग्रेस नेता, पूर्व केंद्रीय मंत्री और छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत अब राज्यसभा सांसद की दौड़ में नहीं हैं। यह बात उनकी धर्मपत्नी और लोकसभा सांसद ज्योत्सना महंत ने कही है। ज्योत्सना महंत ने गौरेला में दिए गए अपने एक बयान में कहा है कि डा. चरणदास महंत राज्यसभा के दावेदारों में शामिल नहीं हैं ,हालांकि उन्होंने साथ में यह भी जोड़ा कि जब उनकी मर्जी होगी तब वह राज्यसभा जाएंगे, लेकिन अभी जाएंगे,यह जरूरी नहीं है।अब चर्चा इस बात की है, कि छत्तीसगढ़ से केवल 2 सीट होने के कारण महंत अपनी सीट छोड़ रहे हैं, क्योंकि एक सीट से कांग्रेस संगठन छत्तीसगढ़ से प्रियंका गांधी को राज्यसभा सांसद बनाना चाहता है,जबकि दूसरी से किसी राज्य के ओबीसी नेता को जगह दी जानी है।

महंत ने त्याग दी अपनी अंतिम इच्छा
दरअसल इस साल जून के महीने में कांग्रेस सांसद छाया वर्मा और बीजेपी सांसद रामविचार नेताम का कार्यकाल खत्म होने वाला है। दोनों राज्यसभा सदस्यों का कार्यकाल पूरा होने के कारण छत्तीसगढ़ से फिर 2 लोगों को राज्यसभा भेजा जायेगा । छत्तीसगढ़ विधानसभा में कांग्रेस पार्टी के 70 एमएलए हैं,इसलिए यह लगभग तय है कि राज्यसभा सांसद के चुनाव के दौरान कांग्रेस के उम्मीदवारों को सफलता मिलेगी।
गौरतलब है कि राज्यसभा चुनाव के लिए मंगलवार को नामांकन शुरू हो चुके हैं। चरणदास महंत कई दफा सार्वजानिक तौर राज्यसभा सांसद बनने की इच्छा जता चुके है,जिसके बाद यह तय माना जा रहा था कि कांग्रेस आलाकमान जिन दो लोगों को सांसद बनाने के लिए सहमति देंगी,उसमे महंत का नाम सबसे प्रमुख होगा। कांग्रेस की तरफ से इन सीटों में एक स्थानीय नेता और दूसरी राष्ट्रीय नेता के लिए आरक्षित किये जाने के आसार बन रहे हैं।

प्रियंका गांधी के लिए छोड़ रहे हैं महंत अपनी दावेदारी ?
इस बात के भरपूर आसार हैं कि कांग्रेस आलाकमान सोनिया गांधी उन्ही नामों पर अपनी मुहर लगाएंगी,जिनकी सिफारिश मुख्यमंत्री भूपेश बघेल करेंगे। गौरतलब है कि सीएम भूपेश बघेल ने बीते 3 सालों में खुद को राष्ट्रीय राजनीती में बेहद ही पुख्ता तरीके से स्थापित किया है। पार्टी ने उन्हें असम और उत्तर प्रदेश चुनाव में अहम् जिम्मेदारी दी थी। भूपेश बघेल यूपी विधानसभा चुनाव में भी बेहद सक्रिय हैं और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ कदम से कदम मिलकर काम कर रहे हैं। इस दौरान प्रियंका गांधी के सबसे करीबी कांग्रेस नेताओं के तौर पर भी उनकी पहचान स्थापित हो गई है।
माना जा रहा है कि महंत प्रियंका गांधी के लिए अपनी दावेदारी छोड़ रहे हैं। हाल ही में मार्च के महीने में छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत ने अपने कोरिया प्रवास के दौरान पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा था कि मैं विधानसभा और लोकसभा जा चुका हूं, अब तक 11 बार चुनाव लड़ चुका हूं, केंद्रीय मंत्री भी रह चुका हूं ,अभी विधानसभा अध्यक्ष हूं। अब मै कम से कम एक बार राज्यसभा सांसद के तौर पर सेवा करना चाहता हूं। पार्टी तक मैंने राज्यसभा जाने की अपनी इच्छा पहुंचा दी है।

छाया वर्मा और रामविचार नेताम का हो रहा है कार्यकाल खत्म
राज्यसभा में छत्तीसगढ़ के लिए 5 सीट तय हैं। मौजूदा समय में कांग्रेस से फूलोदेवी नेताम, केटीएस तुलसी ,छाया वर्मा और भाजपा से सरोज पांडेय,रामविचार नेताम राज्यसभा सांसद हैं। छाया वर्मा और रामविचार नेताम का कार्यकाल समाप्त होने के बाद अगले सांसद के लिए चुनाव होंगे। क्योंकि कांग्रेस के पास छत्तीसगढ़ विधानसभा में भारी भरकम बहुमत है, लिहाजा यह तय है कि इन दोनों सीटों पर कांग्रेस समर्थित उम्मीदवार ही जीत हासिल करेंगे।

गिरीश,अजय,किरणमयी,वाणी और अनीता भी दौड़ में शामिल
सूत्रों की माने तो छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष गिरीश देवांगन,वरिष्ठ विधायक धनेंद्र साहू, पूर्व सांसद पी.आर. खूंटे और छत्तीसगढ़ हाउसिंग बोर्ड के सदस्य अजय साहू नाम नाम प्रमुख है,इसके अलावा कांग्रेस महिलाओ को भी राज्यसभा में प्रतिनिधित्व देने पर विचार कर रही है,जिसमे प्रमुख तौर पर महिला आयोग की अध्यक्ष किरणमयी नायक, बिलासपुर की पूर्व महापौर वाणी राव, पूर्व प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष अनीता रावटे के नाम शामिल हैं। चर्चा यह भी है कि पार्टी मौजूदा सांसद छाया वर्मा का नाम एक बार फिर आगे बढ़ा सकती है।