CRPF, BSF और ITBP में होगी अब ट्रांसजेंडरों की तैनाती, जानिए कैसे सरकार इन्हें देगी रोजगार
रायपुर। सामाजिक रूप से तिरस्कृत व आर्थिक रूप से कमजोर माने जाने वाले तबके ट्रांसजेंडर्स (थर्डजेंडर) के लिए खुशखबरी है। ट्रांसजेंडरों को अब भारत के केंद्रीय सुरक्षा बलों में सेवा देने का मौका मिलने जा रहा है। इसके लिए, केन्द्रीय गृह मंत्रालय द्वारा मंथन किया जा रहा है। सबकुछ सही रहा तो ट्रांसजेंडर केन्द्रीय रिर्जव पुलिस बल (सीआरपीएफ), सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), केन्द्रीय सिक्योरिटी फोर्स (सीआईएसएफ), इंडो तिब्बत बार्डर पुलिस (आईटीबीपी) और सशस्त्र सीमा बल का हिस्सा होंगे।
लगातार मांग उठाई तो गृह मंत्रालय ने विचार-विमर्श शुरू किया
इस बारे में जानकारी देते हुए तृतीय लिंग कल्याण बोर्ड छत्तीसगढ़ शासन की सदस्य एवं मितवा संकल्प समिति की अध्यक्ष विद्या राजपूत ने कहा कि, 'सरकार ऐसा करने के बारे में सोच रही है। हम पिछले दिसंबर महीने से ही ट्रांसजेंडर्स के हक को लेकर लगातार प्रयास कर रहे थे। हमारी इच्छा है कि, हम भी फौजियों के रूप में देश की सेवा करें। इसीलिए, हमारी मांग पर गृह मंत्रालय ने विचार-विमर्श शुरू कर दिया है।''
ट्रांसजेंडर्स के लिए भी सभी सरकारी पदों पर आरक्षण हो
बकौल
विद्या,
''हमारे
लगातार
प्रयासों
एवं
कानूनी
पड़ताल
के
बाद
गृह
मंत्रालय
ने
थर्डजेंडर्स
को
केंद्रीय
रिजर्व
पुलिस
बल
समेत
अन्य
मोर्चे
पर
नियुक्त
करने
के
संदर्भ
में
सेंट्रल
आर्म्ड
पुलिस
फोर्स
से
डिस्कस
किया
है।'
गौरतलब
है
कि,
इसी
साल
जनवरी
महीने
के
दरम्यान
ट्रांसजेंडर्स
के
लिए
नौकरी
के
अवसर
पैदा
करने
के
लिए
पुलिस
भर्ती
नियमों
में
संशोधन
हेतु
सुप्रीम
कोर्ट
में
पिटीशन
दायर
की
गई
थी।
जिसमें
मांग
की
गई
कि,
ट्रांसजेंडर्स
के
लिए
भी
सभी
सरकारी
पदों
पर
आरक्षण
होना
चाहिए।
ट्रांसजेंडर के लिए काम करने का प्रपत्र जारी हुआ
विद्या कहती हैं, ''हक की लड़ाई लड़ते हुए हमने दिल्ली में रहकर गृह मंत्रालय से लेकर पीएमओ ऑफिस की खाक छानी। तब जाकर गृह मंत्रालय से शुरू हुई प्रक्रिया की कानूनी पड़ताल हुई और उसके पश्चात सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय से ट्रांसजेंडर के लिए काम करने का प्रपत्र जारी हुआ। बाद में केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा पुलिस-फोर्स में ट्रांसजेंडर की भर्ती को लेकर संभावनाएं तलाशी जाने लगीं। इस बारे में आदेश भी जारी किए गए।''
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भर्ती के लिए परीक्षा पास की, टेस्ट महिलाओं वाला देना होगा
विद्या ने कहा, ''एक बार वर्ष 2017-18 में पुलिस भर्ती में हमारे समुदाय के 23 उम्मीदवारों ने लिखित परीक्षा में सफलता हासिल की। मगर, फिर सरकार बदलने के बाद सब ठंडे बस्ते में चला गया। वैसे पुलिस भर्ती में थर्डजेंडर्स को किसी भी जेंडर से अप्लाई करने की छूट है। महिला के तौर में फार्म भरने से भर्ती प्रक्रिया में फिजिकल टेस्ट के दरम्यान हमें महिलाओं के लिए तय किए गए मानकों वाली परीक्षा देनी होती है। जो कि मुझे लगता है, थर्डजेंडर्स पास कर ही सकते हैं।''