स्वामी विवेकानंद रायपुर में भी रहे थे, CM बोले- उन्होंने अध्यात्म का पूरी दुनिया से परिचय कराया
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज ट्वीटर पर आध्यात्मिक गुरू स्वामी विवेकानंद की पुण्यतिथि पर उन्हें याद किया। बघेल ने लिखा- "महान दार्शनिक और विख्यात आध्यात्मिक गुरू स्वामी विवेकानंद जी की पुण्यतिथि पर सादर नमन।
छत्तीसगढ़,04 जुलाई: रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आध्यात्मिक गुरु स्वामी विवेकानंद को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि, स्वामी विवेकानंद ने रायपुर में भी समय बिताया था। आज छत्तीसगढ़ उनके बताए रास्तों पर ही चल रहा है। छत्तीसगढ़वासियों के लिए विवेकानंद आदर्श हैं।
मुख्यमंत्री
भूपेश
बघेल
ने
आज
ट्वीट
किया,
"महान
दार्शनिक
और
विख्यात
आध्यात्मिक
गुरू
स्वामी
विवेकानंद
जी
की
पुण्यतिथि
पर
सादर
नमन।
स्वामी
जी
ने
भारतीय
दर्शन
और
अध्यात्म
का
पूरी
दुनिया
को
परिचय
कराया
और
मानवता
के
कल्याण
का
मार्ग
दिखाया।"
मुख्यमंत्री
ने
आगे
लिखा,"
स्वामी
जी
के
बचपन
का
कुछ
समय
रायपुर
में
बीता
था।
यह
छत्तीसगढ़
के
लिए
गौरव
का
विषय
है।
आज
छत्तीसगढ़
स्वामी
जी
के
दिखाए
मार्ग
और
सिद्धांतों
को
लेकर
आगे
बढ़
रहा
है।
छत्तीसगढ़
ने
स्वामी
जी
के
उदार,
व्यवहारिक
और
सुधारवादी
सिद्धांतों
को
अपनाया
है।
स्वामी
जी
के
अमूल्य
विचार
सदियों
तक
हमें
प्रेरित
करते
रहेंगे।"
मुख्यमंत्री
बघेल
के
इस
ट्वीट
पर
बहुत
से
लोगों
ने
अपनी
प्रतिक्रिया
दी
और
उसे
री-ट्वीट
भी
किया।
लोगों
ने
भी
विवेकानंद
को
याद
करते
हुए
ट्वीट
किए।
शिकागो
के
भाषण
से
दुनिया
ने
जाना
स्वामी
विवेकांनद
भारत
के
सर्वश्रेष्ठ
आध्यात्मिक
नेताओं
और
विद्वानों
में
से
एक
माना
जाता
है।
विवेकानंद
ने
योग
और
वेदांत
के
दर्शन
को
पश्चिम
देशों
तक
पहुंचाने
में
महत्वपूर्ण
भूमिका
निभाई।
उन्हें
1893
में
शिकागो
में
विश्व
धर्म
संसद
में
अपने
भाषण
के
लिए
जाना
जाता
है।
स्वामी
विवेकानंद
भारत
के
आध्यात्मिक
गुरु
थे,
जिन्होंने
दुनिया
भर
को
हिंदुत्व
और
आध्यात्म
का
पाठ
पढ़ाया।
उन्होंने
कम
उम्र
में
जो
ज्ञान
हासिल
किया,
उसके
बाद
वह
युवाओं
के
लिए
प्रेरणा
बन
गए।
स्वामी
विवेकांनद
जी
ने
अपने
जीवन
में
लोगों
को
कुछ
खास
संदेश
दिए।
उन
संदेशों
में
से
कुछ
प्रसिद्ध
संदेश
ये
हैं-
1.सबसे
बड़ा
धर्म
है
अपने
स्वभाव
के
प्रति
सच्चा
होना।
स्वयं
पर
विश्वास
करो।
2.ब्रह्मांड
की
सारी
शक्तियां
पहले
से
हमारी
हैं।
3.उठो,
जागो
और
तब
तक
नहीं
रुको,
जब
तक
लक्ष्य
ना
प्राप्त
हो
जाए।
4.
एक
समय
में
एक
काम
करो,
और
ऐसा
करते
समय
अपनी
पूरी
आत्मा
उसमें
डाल
दो
और
बाकी
सब
कुछ
भूल
जाओ।
5.एक
विचार
लो।
उस
विचार
को
अपना
जीवन
बना
लो,
उसे
बारे
में
सोचो,
उसके
सपने
देखो,
उस
विचार
को
जियो।
6.
अपने
मस्तिष्क,
मांसपेशियों,
नसों,
शरीर
के
हर
हिस्से
को
उस
विचार
में
डूब
जाने
दो
और
बाकी
सभी
विचार
को
किनारे
रख
दो।
7.
वो
हमीं
हैं
जो
अपनी
आंखों
पर
हाथ
रख
लेते
हैं
और
फिर
रोते
हैं
कि
कितना
अंधकार
है।