ओमिक्रॉन से चिंतित छत्तीसगढ़ सरकार,मंत्री टीएस सिंहदेव ने केंद्र से मांगी जीनोम सिक्वेंसिंग लैब
रायपुर, 05 जनवरी।कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर बढ़ी चिंता के बीच छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने केंद्र सरकार से प्रदेश में जीनोम सिक्वेंसिंग जाँच की सुविधा जल्द शुरू करने की मांग की है। गौरतलब है कि देश में जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए कुछ ही राज्यों में लैब उपलब्ध है। टी एस सिंहदेव ने इस सम्बन्ध में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मण्डाविया को पत्र भी लिखा है।

सिंहदेव ने अपने पत्र में लिखा है कि कोविड-19 के नये वैरिएंट एवं उसके बदलते स्वरूप वैश्विक स्तर पर गंभीर चिंता का विषय बना हुआ है। भारत भी इससे अछूता नहीं है। देश के ज्यादातर राज्यों में कोविड के नये वैरिएंट के बढ़ते संक्रमण के समाचार लगातार सामने आ रहें हैं। चूंकि छत्तीसगढ़ कई राज्यों की सीमाओं से घिरा हुआ है, फलस्वरूप यहां कोरोना के नए मामले लगातार सामने आ रहें हैं।
छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को लिखे पत्र में आगे लिखा है कि छत्तीसगढ़ में कोरोना के वेरियंट का पता लगाने के लिए "जीनोम सिक्वेंसिंग" जाँच की सुविधा उपलब्ध नहीं है। "जीनोम सिक्वेंसिंग" के लिए छत्तीसगढ़ से हमें सैंपल भुवनेश्वर भेजकर रिपोर्ट मंगानी पड़ती है, जिसमें काफी समय बाधित होता है। जांच की गति धीमी होने के कारण हमें यह भी पता नहीं चल पा रहा है कि हमारे क्षेत्र में फैलने वाला कोरोना वैरिएंट ओमिक्रॉन, डेल्टा या कोई कोई दूसरा है, जिसके कारण इसके रोकथाम, जांच या इलाज इत्यादि के महत्वपूर्ण निर्णय लेने और रणनीतिक तैयारी करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।