Namrata Jain IAS : जानिए क्यों चर्चा में है आईएएस नम्रता जैन की शादी, कौन है उनका हमसफर?
रायपुर, 19 सितंबर: छत्तीसगढ़ के 2019 बैच की आईएएस अफसर नम्रता जैन की शादी चर्चा में हैं। आईएएस नम्रता जैन ने महासमुंद कोर्ट में अपने करीबी मित्र और ट्रेनी आईपीएस अशोक कुमार रखेचा के साथ बेहद सादगी से विवाह किया है। शादी में कलेक्ट्रेट बना मंडप और प्रशासनिक अधिकारी बाराती के रूप में नजर आए। दोनों अधिकारियों ने लोगों को संदेश देते हुए खर्चीली शादी से परहेज किया और अपने अपने परिवार की मौजूदगी में कोर्ट में रजिस्टर्ड शादी की।
ऐसे शुरू हुई IAS और IPS की लव स्टोरी
नम्रता जैन 2019 बैच की आईएएस अधिकारी हैं। वर्तमान में वह महासमुंद के सरायपाली में बतौर SDM पदस्थ हैं। वहीं, अशोक आईपीएस ट्रेनिंग के लिए हैदराबाद में हैं। दोनों अधिकारियों की मुलाकात साल 2015-16 में हुई थी। पढ़ाई के दौरान ही दोस्ती हुई, जो धीरे-धीरे प्यार में बदल गई। दोनों यूपीएससी की तैयारी करने के लिए दिल्ली गए थे। यहीं दोनों के बीच पहले दोस्ती हुई और फिर दोस्ती को रिश्ते में बदलने पर सहमति बनी।
IAS नम्रता जैन ने महासमुंद कोर्ट में सादगी से की शादी
आईएएस
अधिकारी
और
आईपीएस
अधिकारी
सादगीपूर्ण
ढंग
से
बीते
शुक्रवार
को
कोर्ट
में
बिना
किसी
तामझाम
के
जीवनसाथी
बन
गए।
महासमुंद
कलेक्टर
डोमन
सिंह,
एसपी
दिव्यांग
पटेल,
जिला
पंचायत
सीईओ
आकाश
छिकारा,
सभी
डिप्टी
कलेक्टर
और
तहसीलदार
सहित
विभागीय
कर्मचारी
इस
मौके
पर
कोर्ट
में
मौजूद
रहे।
सभी
ने
नवदंपत्ति
अधिकारी
को
नए
जीवन
की
बधाई
दी।
आईएएस नम्रता जैन का अब तक का सफर
नम्रता जैन छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा से आती हैं। दंतेवाड़ा जिले की साक्षरता दर भारत में सबसे कम है। नक्सली हमलों के अलावा जिलों में घरेलू हिंसा और बेरोजगारी की उच्च दर भी है, जो जिले के विकास और विकास को प्रभावित करती है। अपने क्षेत्र में ऐसी समस्याओं और सीमित संसाधनों के बावजूद नम्रता ने हमारे देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक यूपीएससी परीक्षा को पास करके दिखाया।
बचपन से था IAS अधिकारी बनने का सपना
नम्रता के पिता एक व्यवसायी थे और उनकी मां एक गृहिणी थीं। उन्होंने 10वीं कक्षा निर्मल निकेतन स्कूल, गीदम, दंतेवाड़ा से और 12वीं केपीएस भिलाई स्कूल से की। नम्रता ने भिलाई इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, भिलाई से इंजीनियरिंग में स्नातक किया।नम्रता बचपन से ही सिविल सेवा के सपने को साकार करना चाहती थीं। इसकी तैयारी के लिए वह दिल्ली गईं। दिल्ली में उन्होंने पाठ्यक्रम और परीक्षा में प्रश्नों से निपटने के लिए अपनाए जाने वाले दृष्टिकोण के बारे में सीखा। 2015 में वह परीक्षा में सफल नहीं हो पाई थीं। 2016 में वह दंतेवाड़ा वापस आ गईं। दंतेवाड़ा में यूपीएससी परीक्षा से जुड़ी कोई जानकारी नहीं मिली। न ही जिले में कोई अच्छा कोचिंग संस्थान उपलब्ध था। इसलिए उन्होंने ऑनलाइन कोचिंग ज्वॉइन करने का फैसला किया। पर्सनैलिटी टेस्ट के लिए उन्होंने एक और कोचिंग ज्वॉइन की।
महासमुंद के सरायपाली में बतौर SDM पदस्थ हैं नम्रता जैन
नम्रता ने 2017 में अपने दूसरे प्रयास में 99वीं रैंक हासिल की, जिसके बाद उन्हें भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के लिए चुना गया। लेकिन नम्रता का सपना था कि वह आईएएस बनें। इसलिए उन्होंने फिर से मेहनत की और यूपीएससी परीक्षा दी। नम्रता ने 12वीं रैंक हासिल कर अपने जिले का नाम रोशन किया। वर्तमान में नम्रता जैन महासमुंद के सरायपाली में बतौर एसडीएम पदस्थ हैं।