छत्तीसगढ़ः बिजली गिरी तो गांव के लोगों ने झुलसे हुए तीन लोगों को गोबर में दबाया फिर दो की हो गई मौत
जशपुर। हाल ही में बिहार, उत्तर प्रदेश और झारखंड में वज्रपात गिरने से करीब 130 से अधिक लोगों की मौत हो गई। वहीं छत्तीसगढ़ में भी वज्रपात का कहर देखने को मिला, जहां इसकी चपेट में महिला सहित तीन लोग आ गए, जिससे वो गंभीर रूप से झुलस गए। इसके बाद स्थानीय लोगों ने कथित तौर पर तीनों को गोबर में दबा दिया। बाद में उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां दो की मौत हो गई।
मिली जानकारी के मुताबिक जशपुर जिले के बागबहार गांव में तीनों धान के खेतों में काम कर रहे थे। जशपुर के उप-विभागीय अधिकारी राजेंद्र परिहार ने बताया कि जब बारिश और आंधी शुरू हुई तो तीनों भागकर एक खेत में एक पेड़ के नीचे खड़े हो गए तभी अचानक बिजली ऊनके ऊपरी गिरी, जिससे तीनों लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को अस्पताल ले जाने के बजाय, उनके परिवार के सदस्यों और कुछ ग्रामीणों ने एक अंधविश्वास के तहत गाय के गोबर में नीचे से गर्दन तक गाड़ दिया।
उन्होंने कहा कि ग्रामीणों का मानना है कि गाय के गोबर में जलने की चोटों को ठीक करने की शक्ति होती है। बाद में, जब कुछ गांव के दूसरे लोगों ने हस्तक्षेप किया तो तीनों पीड़ितों को एक स्थानीय अस्पताल में भर्ती करा दिया गया, जहां उनमें से दो लोगों सुनील साई (22) और चंपा राउत (20) को मृत घोषित कर दिया गया।
जबकि एक अन्य घायल व्यक्ति, जिसकी उम्र 23 वर्ष है, उसका अस्पताल में इलाज चल रहा है। अधिकारी ने बताया कि दोनों की मौत आकाशीय बिजली से होने के मामला दर्ज किया गया है। मृतक के परिजनों को नियमानुसार मुआवजा प्रदान किया जाएगा।
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