छतीसगढ़: जमीन पर कतार में लेटी हुई महिलाओं के ऊपर पैर रखकर गुजरते हैं लोग, क्या है मामला?
धमतरी। आज के दौर में एक तरफ जहां विज्ञान तेजी से तरक्की कर रहा है। वहीं कुछ लोग आज भी अंधविश्वास के फेर में पड़े हुए हैं। ऐसा ही एक मामला प्रकाश में आया है छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले से, जहां की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। दरअसल, संतान की सुख के लिए धमतरी में अंधविश्वास की परंपरा देखने को मिली है। इस परंपरा के मुताबिक महिलाएं संतान प्राप्ति के लिए पेट के बल पर लेटती हैं और महिलाओं के ऊपर से बैगा निकलते हैं।
बैगा एक तरह की जनजाति है। दरअसल, वहां की महिलाओं की ऐसी मान्यता है कि बैगा के पैर पड़ने से मन्नत पूरी हो जाती है। दिवाली के अगले दिन ऐसी परंपरा देखने को मिलती है। इस खास परंपरा को निभाने के लिए हजारों की संख्या में पुरुष और महिलाएं मौजूद थीं। यह परंपरा दिवाली के अगले दिन अंगारमोती मंदिर में निभाई जाती है। यहां सभी महिलाएं अपने हाथों में नारियल, अगरबत्ती और नींबू लेकर मुख्य बैगा का इंतजार करती हैं।
यहां के लोग मानते हैं कि बैगा का पैर जिन महिलाओं पर पड़ता है उन्हें संतान प्राप्ति होती है। बता दें कि अंगारमोती की गंगरेल के तट पर बने अधिष्ठात्री माता के इस मंदिर में हर साल इसी तरह अंधभक्ति में लीन लोग अपनी मन्नत लेकर पहुंचते हैं।
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