'मोदी सरकार ने ऑक्सीजन की कमी से हुई मौतों के बारे में कभी नहीं पूछा', छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री का आरोप
'मोदी सरकार ने ऑक्सीजन की कमी हुई मौतों के बारे में कभी नहीं पूछा', छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री का आरोप
नई दिल्ली, 24 जुलाई: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने इसी हफ्ते राज्यसभा में कहा था कि किसी भी राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों में ऑक्सीजन की कमी से एक भी मौत की जानकारी नहीं मिली है। केंद्र सरकार के इस बयान को लेकर विपक्षों ने आलोचना की है। छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव ने शुक्रवार (23 जुलाई) को इस पूरे मामले पर कहा है कि केंद्र सरकार देश को गुमराह करने की कोशिश कर रही है। छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव ने केंद्र पर अपने बयान से देश को गुमराह करने का आरोप लगाया है।
उन्होंने कहा है कि केंद्र सरकार ऐसा कैसे कह सकती है कि राज्यों ने कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी के कारण हुई मौतों का कोई डेटा नहीं बताया था। उन्होंने कहा है कि मोदी सरकार ने ऑक्सीजन की कमी हुई मौतों के बारे में कभी पूछा ही नहीं था।
'केंद्र ने ऑक्सीजन की कमी के कारण होने वाली मौतों के बारे में कभी पूछा ही नहीं'
टीएस सिंह देव ने कहा, "भारत सरकार को लगातार डेटा दिया गया है। हालांकि केंद्र सरकार ने ऑक्सीजन की कमी के कारण होने वाली मौतों के बारे में कभी पूछा ही नहीं था। यहां तक कि राज्यों को भरने वाले फॉर्मों पर एक अलग कॉलम के रूप में भी ये नहीं पूछा गया था कि कहीं कोरोना मरीज की मौत ऑक्सीजन ना मिलने के कारण तो नहीं हुई है। जब सरकार ने राज्यों से पूछा ही नहीं तो फिर बयान देना...जानबूझकर कुप्रबंधन को छिपाने का प्रयास है।"
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टीएस सिंह देव ने कहा है कि राज्य सरकार कोरोना की दूसरी लहर के दौरान दर्ज की गई मौतों का फिर से ऑडिट कर रही है। ऑडिट के बाद हमें इस बात का पता चल जाएगा कि छत्तीसगढ़ में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी के कारण कितने लोगों की मौत हुई है।