अंतिम संस्कार के 3 साल बाद कोरोना वायरस की वजह से जिंदा लौटा 13 साल का बेटा उदय कुमार
छतरपुर। कोरोना संकट व लॉकडाउन के चलते एक किशोर का तीन साल बाद जिंदा होने का अजीब मामला सामने आया है। तीन साल पहले अपने बेटे को मरा समझकर परिजनों ने उसका अंतिम संस्कार तक कर दिया था, मगर अब वो रविवार रात को जिंदा लौट आया है। बेटे की वापसी पर परिजन एक तरफ खुश हैं। वहीं, दूसरी ओर सवाल उठ खड़ा हो गया है कि जिसका अंतिम संस्कार किया गया आखिर वो किसका शव था।
गांव डिलारी का रहने वाला है उदय कुमार
जानकारी के अनुसार शाहगढ़ थाना क्षेत्र के डिलारी गांव निवासी 13 वर्षीय उदय कुमार आदिवासी पिता भगोला आदिवासी गायब हो गया था, जिसमें थाना पुलिस ने फरियादी भगोला की शिकायत पर धारा 363 के तहत मामला दर्ज किया था। तभी से पूरे मामले की जांच थाना पुलिस द्वारा की जा रही थी।
तेरहवीं की रस्म भी निभा दी थी
संदेह के आधार पर कई लोगों से पूछताछ भी की गई थी। इसी दौरान मोनासैया के जंगल में एक नर कंकाल मिलने पर पुलिस ने भगोला को सौंप दिया और उसने अपने पुत्र का नर कंकाल समझकर उसका अंतिम संस्कार कर दिया। तेरहवीं की रस्म भी निभा दी। अब लॉकडाउन में रविवार की रात अचानक उदय कुमार अपने घर वापस आ गया।
गुड़गांव में काम बंद होने पर लौटा घर
उदय कुमार ने बताया कि वह परिजनों से परेशान होकर 3 वर्ष पूर्व दिल्ली चला गया था। उसके बाद गुड़गांव में काम करने लगा। तीन साल तक काम करता रहा। कोरोना वायरस के चलते पिछले 2 माह से काम बंद होने से वह परेशान हो गया था। सभी मजदूरों को प्रशासन की देख-रेख में अपने-अपने गांव वापस भेजने का प्रबंध किया जा रहा था। इसी दौरान उदय कुमार आदिवासी भी रविवार को किसी तरह अपने गांव डिलारी पहुंच गया।
बेटे की वापसी चमत्कार से कम नहीं
उदयपुर के पिता भगोला ने बताया कि बेटे की वापसी उनके लिए किसी चमत्कार से कम नहीं। इसकी सूचना उसने थाना पुलिस को दी और सोमवार को पूरे परिजन और खुद उदय कुमार को लेकर एसडीओपी कार्यालय बिजावर पहुंचे। जहां जांच पड़ताल के बाद पुलिस ने उदयभान को परिजनों के सुपुर्द कर दिया।
किसके कंकाल का किया अंतिम संस्कार
3 साल पहले अज्ञात नर कंकाल को उदय कुमार का कंकाल समझ कर परिजनों द्वारा अंतिम संस्कार किया गया था। लेकिन वह किसका था, पुलिस द्वारा इस मामले में जांच करने की बात कह रही है। थाना प्रभारी छत्रपाल सिंह ने बताया कि जब उदय कुमार वापस लौट आया है तो निश्चित ही वह नर कंकाल किसी अन्य का होगा। इसकी जांच कराई जाएगी।
नर कंकाल मामले की जांच करवाएंगे
बिजावर के एसडीओपी सीताराम अवश्या कहते हैं कि तीन साल पहले गायब व्यक्ति वापस आया है, जिससे परिजनों में खुशी की लहर है। वहीं, जो नर कंकाल वहां पर मिला था। वह किसका था। इसकी जांच कराई जाएगी। जांच के बाद भी स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।
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